JMC: कारपोरेटरों की मेयर को चेतावनी, कहा- जल्द बुलाएं जनरल हाउस की बैठक, नहीं तो करेंगे प्रदर्शन
व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और जनता के मुद्दों को हल करने के लिए जनरल हाउस की बैठक जरूरी है। नियमों के तहत महीने में दो बार जनरल हाउस की बैठक होनी चाहिए।आठ महीनों से बैठक नहीं हुई है। कई विकास कार्य जनरल हाउस नहीं होने के कारण प्रभावित हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: आठ महीनों से जम्मू नगर निगम की जनरल हाउस की बैठक नहीं हुई। कॉरपोरेटर चाहते हैं कि मेयर बिना देरी जनरल हाउस की बैठक बुलाएं ताकि जनता के मुद्दों को इसमें उठाकर समाधान करवाया जा सके। नए फैसले लिए जाएं। समस्याओं को समाधान हो। उनका कहना है कि मेरा शहर, मेरी शान समेत अधिकारियों को खुश करने के लिए बड़े कार्यक्रम संपन्न हो चुके हैं। इन कार्यक्रमों के आयोजन में कोराेना आड़े नहीं आया तो फिर जनरल हाउस की बैठक बुलाने में देरी क्यों की जा रही है?
फरवरी के दूसरे पखवाड़े में जनरल हाउस की बैठक के बाद कोरोना काल शुरू होने के टलती चली आ रही बैठक को बुलाने के लिए विपक्ष के सभी कॉरपोरेटर एकजुट हो चुके हैं। वे इसके लिए प्रदर्शन भी कर चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें कॉरपोरेटर बने दो साल का समय हो चुका है। लोगों के प्रति वे जवाबदेय हैं। उन्हें अपने मसले उठाने का मौका नहीं मिल रहा। निगम में बहुत कुछ मनमाने तरीके से चल रहा है। कॉरपोरेटरों से नहीं पूछा जा रहा है। न ही उन्हें जवाब ही दिए जा रहे हैं। व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और जनता के मुद्दों को हल करने के लिए जनरल हाउस की बैठक जरूरी है। नियमों के तहत महीने में दो बार जनरल हाउस की बैठक होनी चाहिए। यहां आठ महीनों से बैठक नहीं हुई है। कई विकास कार्य जनरल हाउस नहीं होने के कारण प्रभावित हैं। ‘बड़े आश्चर्य की बात है कि जब सारी गतिविधियां शुरू की जा चुकी हैं तो फिर जनरल हाउस की बैठक बुलाने में क्या दिक्कत है। शहर में भीड़ उमड़ रही है। सरकारी दफ्तरों में शत-प्रतिशत हाजिरी लग रही है। मेयर साहब, टाल-मटोल की नीति छोड़ जनरल हाउस की बैठक बुलाएं।’ -द्वारका चौधरी, नगर निगम में कांग्रेस के चीफ व्हिप ‘आठ महीनों से कोरोना के नाम पर जनरल हाउस की बैठक को टाला जा रहा है। संसद चल रहा है। बैठकें हो रही हैं। नगर निगम में ही कोरोना का ज्यादा डर क्यों दिखाया जा रहा है। हम महीनों से बैठक बुलाने की मांग कर रहे हैं। लोगों को जवाब देना मुश्किल हो रहा है।’ -प्रीतम सिंह, कॉरपाेरेटर, वार्ड 55 ‘निगम में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा। ऐसी चीजों पर पर्दा डालने के लिए जनरल हाउस की बैठक को टाला जा रहा है। फरवरी माह के बाद बैठक नहीं हुई। जनरल हाउस में फैसले लेकर इन्हें लागू करना होता है। यहां मनमर्जी से फैसले लिए जा रहे हैं। कामकाज प्रभावित हैं।’ - गौरव चोपड़ा, कॉरपोरेटर ‘कॉरपोरेटर जनता के प्रति जवाबदेह हैं। उन्हें वार्डों में काम करके दिखाने हैं लेकिन निगम में भाजपा नेतृत्व नहीं चाहता कि सभी कॉरपोरेटर काम कर पााएं। इसलिए ऐसी नीति अपनाई जा रही है। नियमों का पालन होना चाहिए। बिना देरी जनरल हाउस की बैठक बुलाई जाए।’ - विजय चौधरी, विपक्ष की नेता एवं निर्दलीय कॉरपोरेटर ‘कोराेना काल के चलते जनरल हाउस की बैठक नहीं हो सकी है। अब इसे करवाने के लिए विचार किया जा रहा है। जल्द ही बैठक बुलाकर सभी कॉरपोरेटरों को सुनेंगे। फिलहाल कॉरपोरेटरों से हर स्तर पर बैठकें कर काम करवाए जा रहे हैं। कुछ कॉरपोरेटर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।’ - चंद्र मोहन गुप्ता, मेयर, जम्मू नगर निगम