Coronavirus Vaccine in Jammu Kashmir: डाक्टरों की झिझक के बीच सभी को कोरोना वैक्सीन लगाने का सर्कुलर जारी

Coronavirus Vaccine in Jammu Kashmir जम्मू के सबसे बड़े राजकीय मेडिकल कालेज (जीएमसी) अस्पताल जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भव्य समारोह में इसका शुभारंभ किया था वहां पर अभी तक मात्र बीस से पच्चीस फीसद लक्ष्य ही हासिल हो रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 07:57 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 08:00 AM (IST)
Coronavirus Vaccine in Jammu Kashmir: डाक्टरों की झिझक के बीच सभी को कोरोना वैक्सीन लगाने का सर्कुलर जारी
नेटवर्क नहीं होने से एप काम नहीं कर पा रही है।

जम्मू, रोहित जंडियाल: कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने में स्वास्थ्य कर्मचारियों में असमंजस और झिझक के बीच राजकीय मेडिकल कालेज (जीएमसी) के सभी विभागों को मंगलवार को टीका लगवाने के लिए सर्कुलर जारी किया गया है। यह सर्कुलर जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन ने जारी किया है। हालांकि, अब तब उन्होंने खुद भी टीका नहीं लगवाया है, लेकिन उन्होंने जीएमसी और इससे जुड़े अस्पतालों के सभी विभागों के अध्यक्षों से कहा कि वह स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगवाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा पंजीकृत कर्मियों को अगर कोविन एप से जानकारी नहीं भी मिलती है तो भी उनका टीकाकरण करने की योजना है।

दरअसल, लंबे इंतजार के बाद शुरू हुए कोरोना के खिलाफ टीकाकरण को लेकर अभी भी बहुत से स्वास्थ्य कर्मियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इससे विभागीय अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। इसलिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग अब टीकाकरण बढ़ाने के लिए नए कदम उठाने जा रहा है। इसके तहत जीएमसी जम्मू की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन ने मंगलवार को एक सर्कुलर जारी कर सभी सहायक अस्पतालों के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और एचओडी से सभी कर्मचारियों का टीकाकरण करवाना सुनिश्चित बनाने को कहा है।

उन्होंने सलाह दी है कि सभी पंजीकृत कर्मचारियों का टीकाकरण करवाएं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग जम्मू में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल सहित पांच अन्य अस्पतालों में भी इसी सप्ताह से टीकाकरण शुरू करने की योजना बना रहा है। जम्मू के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी सिंह ने इसकी पुष्टि भी की है।

33 फीसद कर्मचारियों ने ही लगवाई वैक्सीन: अभी तक तीन दिन में 12 हजार के लक्ष्य की अपेक्षा सिर्फ 33 फीसद यानी 4043 स्वास्थ्य कर्मियों ने ही वैक्सीन लगवाई है। जम्मू के सबसे बड़े राजकीय मेडिकल कालेज (जीएमसी) अस्पताल जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भव्य समारोह में इसका शुभारंभ किया था, वहां पर अभी तक मात्र बीस से पच्चीस फीसद लक्ष्य ही हासिल हो रहा है। यह स्थिति उस समय है, जब पहले दिन कई वरिष्ठ डाक्टरों ने टीकाकरण करवाया। श्रीनगर में स्किम्स के डायरेक्टर डा. एजी अहंगर, जीएमसी कठुआ की प्रिंसिपल डा. अंजली नादिरा भट, जीएमसी अनंतनाग के प्रिंसिपल डा. शौकत जिलानी और जीएमसी राजौरी के प्रिंसिपल डा. कुलदीप सिंह भी आगे आकर वैक्सीन लगवा चुके हैं। इस सूची में अभी जीएमसी जम्मू की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन का नाम शामिल नहीं है।

कोविन एप की परेशानी भी होगी दूर : कई क्षेत्रों में कोविन एप के कारण आ रही परेशानी को देखते हुए उन कर्मचारियों का टीकाकरण भी होगा जिन्हें एप के माध्यम से जानकारी नहीं मिल पा रही है। मगर वे कर्मचारी पहले से पंजीकृत हैं। स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डा. रेनू शर्मा का कहना है कि कुछ जगहों पर समस्या आ रही है, लेकिन धीरे-धीरे इसमें सुधार हो जाएगा। दूरदराज जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि नेटवर्क नहीं होने से एप काम नहीं कर पा रही है। इससे भी टीकाकरण की समस्या आ रही है।

सुरक्षित है टीकाकरण : एक दिन पहले ही वैक्सीन लगवाने वाले वरिष्ठ डा. दीपक अबरोल का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मियों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। सभी को आगे आना चाहिए। टीकाकरण में कोई भी समस्या नहीं है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि पूरे ट्रायल के बाद ही यह लगाई जा रही है। भ्रमित होने की कोई जरूरत नहीं है।

वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। अभी तक जम्मू-कश्मीर में कहीं पर से किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव की कोई जानकारी नहीं है। जो कर्मचारी भी टीकाकरण के लिए पंजीकृत हैं, उन्हें आगे आना चाहिए और अपनी बारी पर ही वैक्सीन लगावानी चाहिए। -डा. रेनू शर्मा, स्वास्थ्य निदेशक जम्मू 

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