Jammu Kashmir: डुग्गर चैनल से ही संभव है पाकिस्तान के दुष्प्रचार का जवाब

डुग्गर चैनल को समय की जरूरत बताते हुए सांस्कृतिक संगठन भारतीय कला संगम ने साफ किया है कि पाकिस्तान की ओर से जारी भारत विरोधी दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए डुग्गर चैनल की जरूरत है। लंबे समय से जम्मू के लोग डुग्गर चैनल की मांग करते आ रहे हैं

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 07:57 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 07:57 PM (IST)
Jammu Kashmir: डुग्गर चैनल से ही संभव है पाकिस्तान के दुष्प्रचार का जवाब
पिछले कई वर्षो से जम्मू दूरदर्शन से मात्र पुराने कार्यक्रमों का ही प्रसारण हो रहा है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : डुग्गर चैनल को समय की जरूरत बताते हुए सांस्कृतिक संगठन भारतीय कला संगम ने साफ किया है कि पाकिस्तान की ओर से जारी भारत विरोधी दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए डुग्गर चैनल की जरूरत है। लंबे समय से जम्मू के लोग अलग डुग्गर चैनल की मांग करते आ रहे हैं लेकिन उन्हें डुग्गर चैनल देने के बजाए जम्मू दूरदर्शन को भी रिले स्टेशन बनाकर रख दिया है।

पिछले कई वर्षो से जम्मू दूरदर्शन से मात्र पुराने कार्यक्रमों का ही प्रसारण हो रहा है

पिछले कई वर्षो से जम्मू दूरदर्शन से मात्र पुराने कार्यक्रमों का ही प्रसारण हो रहा है।बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ऑल आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मन्हास, फिल्म निर्देशक राजेंद्र सिंह सम्याल, अध्यक्ष भारतीय कला संगम तिलक राज टगोत्रा आदि मौजूद थे। सभी का कहना था कि जम्मू के कलाकारों के साथ भेदभाव हो रहा है।

अगर कश्मीर को काशिर चैनल मिला हुआ है तो जम्मू को डुग्गर चैनल देने में क्या संकोच है

अगर कश्मीर को काशिर चैनल मिला हुआ है तो जम्मू को डुग्गर चैनल देने में क्या संकोच है। संवाददाता सम्मेलन में मौजूद सभी कलकारों का कहना था कि जब तक डुग्गर चैनल नहीं बन जाता तब तक जम्मू दूरदर्शन के कार्यक्रम बढ़ाए जाने चाहिए। पुराने कार्यक्रमों के प्रसारण के बजाए नई प्रोडक्शन होनी चाहिए।

कार्यक्रम किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता था लेकिन उसे भी बंद कर दिया गया

टगोत्रा ने कहा कि किसानों के प्रसारित होने वाला कार्यक्रम किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता था लेकिन उसे भी बंद कर दिया गया। साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम तक बंद कर दिए गए हैं।जम्मू दूरदर्शन पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन इसका आम आदमी को कोई लाभ नहीं हो रहा। जब दर्शकों के हितों की रक्षा नहीं की जा सकती तो करोड़ों रुपए बर्बाद करने का क्या औचित्य है। कलाकारों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जम्मू दूरदर्शन से जल्द नई प्रोडक्शन शुरू नहीं की और उन्हें कार्यक्रम मिलना शुरू नहीं हुए तो उन्हें मजबूरन सड़कों पर आना होगा।  

chat bot
आपका साथी