राजौरी-पुंछ में आइएसआइ ने पुराने कमांडरों को सौंपी कमान

सूत्रों के अनुसार 2001 से 2007 तक पुंछ के मेंढर क्षेत्र में सक्रिय रहे लश्कर के कमांडर को अगस्त में फिर आतंकवाद में तेजी देने के लिए भेजा गया था। बताया जा रहा है कि पिछले 11 दिन में पुंछ जिले में जो दो आतंकी वारदातें हुई हैं इनके पीछे इसी का हाथ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 05:15 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 05:15 AM (IST)
राजौरी-पुंछ में आइएसआइ ने पुराने कमांडरों को सौंपी कमान
राजौरी-पुंछ में आइएसआइ ने पुराने कमांडरों को सौंपी कमान

गगन कोहली, राजौरी: नियंत्रण रेखा से सटे राजौरी और पुंछ जिलों में फिर से आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए पुराने आतंकी कमांडरों का सहारा लेकर पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने बड़ी साजिश रची है। 15 से 20 साल पहले वारदातों को अंजाम देकर ये आतंकी गुलाम कश्मीर भाग गए थे। इनमें कुछ खूंखार माने जाने वाले आतंकी पुंछ-राजौरी में अपनी गतिविधियां शुरू कर चुके हैं। सेना से लेकर सुरक्षा एजेंसियां सरगर्मी से इस आतंकी की तलाश में है।

सूत्रों के अनुसार 2001 से 2007 तक पुंछ के मेंढर क्षेत्र में सक्रिय रहे लश्कर के कमांडर को अगस्त में फिर आतंकवाद में तेजी देने के लिए भेजा गया था। बताया जा रहा है कि पिछले 11 दिन में पुंछ जिले में जो दो आतंकी वारदातें हुई हैं इनके पीछे इसी का हाथ रहा है। वर्ष 2007 को सेना के डर से यह आतंकी गुलाम कश्मीर में भाग गया था। वह वहां प्रशिक्षण शिविरों में नए लड़कों को प्रशिक्षण देता रहा। अगस्त में यह सीमा के करीब गुलाम कश्मीर के लांचिग पैड पर मौजूद था। उसके बाद उसने भारतीय क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को फिर अंजाम देनी शुरू कर दी हैं। इसने कुछ स्थानीय लोगों को भी अपने ग्रुप में शामिल कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि अगर यह कमांडर पूरे क्षेत्र के चप्पे चप्पे से वाकिफ है। यह खूखार आतंकी हर प्रकार का घेरा तोड़कर भागने में पूरी तरह से माहिर है। अब लश्कर से इसे पूरे क्षेत्र का कमांडर बना दिया है। इसके जिम्मे राजौरी व पुंछ में आतंकी घटनाओं को तेज करने के साथ नए युवकों को आतंकी संगठन में शामिल करने का काम सौंपा है। इसी तरह के कुछ और पुराने कमांडरों को भी सीमा पार भेजे जाने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ पुराने आतंकी भारतीय क्षेत्र में आ भी चुके हैं।

chat bot
आपका साथी