Jammu Kashmir: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश- विदेशों से आने वाले यात्रियों पर नजर रखें नोडल अफसर
उच्च स्तरीय बैठक में उपराज्यपाल ने हालात से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में भी जानकारी ली। उपराज्यपाल ने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोविड के मामले अधिक आ रहे हैं वहां पर गहन परीक्षण रोकथाम और बेहतर निगरानी की आवश्यकता है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमिक्रान वैरिएंट को चिंता का विषय करार दिया है। ऐसे में हमें इससे बचाव के लिए और अधिक सक्रिय होने की जरूरत है।
जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक में उपराज्यपाल ने हालात से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में भी जानकारी ली। उपराज्यपाल ने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोविड के मामले अधिक आ रहे हैं, वहां पर गहन परीक्षण, रोकथाम और बेहतर निगरानी की आवश्यकता है। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट और टीकाकरण की पूरी क्षमता का उपयोग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने नोडल अधिकारियों को विदेशों से आने वाले सभी नागरिकों पर नजर रखने और उनके उचित परीक्षण की निगरानी करने को कहा।
उपराज्यपाल ने कोविड प्रोटोकाल के बीच जिला प्रशासन को जागरूकता अभियान को तेज करने को भी कहा। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल, मास्क पहनने और शारीरिक दूरी को सख्ती से लागू करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के सहयोग से पंचायत स्तर पर उचित जागरूकता अभियान चलाने को कहा। उन्होंने कहा कि कोविड उपयुक्त व्यवहार आवश्यक और महत्वपूर्ण है। नए वैरिएंट के मामले आने के बाद तो यह और जरूरी हो गया है।
इससे पहले बैठक में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक भरद्वाज ने उपराज्यपाल को जिलावार कोविड के मामलों, टीकाकरण की स्थिति के बारे में जानकारी ली। बैठक में मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त विभाग अटल ढुल्लू भी मौजूद थे।