Weather Effect : कश्मीर घाटी में हिमपात से बगीचों को हुए नुकसान का तत्काल आकलन करने के निर्देश
सलाहकार खान ने दक्षिण कश्मीर के बर्फीले तूफान से प्रभावित सेब के बागों में तुरंत फील्ड स्टाफ को तैनात करने के लिए कहा ताकि वहां के पेड़ों और फलों को हुए नुकसान का आकलन किया जा सके। जल्द से जल्द रिपोर्ट और सिफारिशें पेश करने को कहा है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में असमय हिमपात और बारिश के कारण उत्पन्न होने वाली आपात स्थिति से निपटने के लिए घाटी के सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए क्षेत्र में नुकसान का तत्काल आकलन करने के निर्देश दिए हैं। इस आकलन कार्य की निगरानी की जिम्मेदारी दक्षिण कश्मीर में बागवानी विभाग के महानिदेशक को दी गई है।
सलाहकार खान ने डीजी को दक्षिण कश्मीर के बर्फीले तूफान से प्रभावित सेब के बागों में तुरंत फील्ड स्टाफ को तैनात करने के लिए कहा ताकि वहां के पेड़ों और फलों को हुए नुकसान का आकलन किया जा सके। इस संबंध में जल्द से जल्द रिपोर्ट और सिफारिशें पेश करने को कहा है। डीजी को व्यक्तिगत रूप से मौसम से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और अन्य क्षेत्रों में भी नुकसान के आकलन के लिए कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश भी उन्होंने दिया है।
सलाहकार खान ने प्रमुख सचिव, बागवानी को भी प्रभावित बागवानों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के अलावा पूरी प्रक्रिया की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा। ज्ञात रहे कि जम्मू कश्मीर में अचानक से बदले मौसम के मिजाज ने भारी तबाही मचाई है। जम्मू संभाग में तेज हवा के साथ बारिश और कई बार ओलावृष्टि ने धान और सब्जियों की फसल को तहस-नहस कर दिया। वहीं कश्मीर में भारी हिमपात ने जनजीवन को झकझोर दिया। बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित किसान और बागवान ही हुए हैं।जम्मू संभाग के विभिन्न क्षेत्रों में धान की फसल बुरी तरह से तबाह हो गई है। किसानों की कमर टूट गई है। इस बार फसल अच्छी होने से उत्साहित किसानों पर एक तरह से वज्रपात हो गया।