ITBP Celebrate Republic Day in Ladakh: आइटीबीपी के जवानों ने लद्दाख में शून्य से 35 डिग्री नीचे तापमान में फहराया राष्ट्रीय ध्वज

देश में गणतंत्र दिवस समारोह बड़े उत्साह और जोश से मनाया जा रहा है। ऐसे में शून्य से 35 डिग्री नीचे तापमान में सरहद की हिफाजत में डटे आइटीबीपी के जवानों ने बर्फ से लदे लद्दाख के पहाड़ों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश की अखंडता और सुरक्षा की शपथ ली।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 10:12 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 11:34 AM (IST)
ITBP Celebrate Republic Day in Ladakh: आइटीबीपी के जवानों ने लद्दाख में शून्य से 35 डिग्री नीचे तापमान में फहराया राष्ट्रीय ध्वज
आइटीबीपी ने बर्फ से लदे लद्दाख के पहाड़ों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश की एकता और सुरक्षा की शपथ ली।

जम्मू, जेएनएन। देश में गणतंत्र दिवस समारोह बड़े उत्साह और जोश से मनाया जा रहा है। ऐसे में शून्य से 35 डिग्री नीचे तापमान में सरहद की हिफाजत में डटे आइटीबीपी के जवानों ने बर्फ से लदे लद्दाख के पहाड़ों में बार्डर आउटपोस्ट पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा की शपथ ली।

इंटरनेट मीडिया पर आइटीबीपी के जवानों की हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर बर्फ से लदे लद्दाख के पहाड़ों पर देश की हिफाजत करते हुए गश्त करने की तस्वीरें खूब पसंद की जा रही हैं। जवानों ने न सिर्फ हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर गणतंत्र दिवस समारोह मनाया बल्कि देश की आन, बान और शान की हिफाजत के लिए शपथ भी ली।

पूर्वी लद्दाख में चीन काे मजा चखाने को तैयार सेना के जवानों का जोश गलवन के वीरों के लिए बहाुदरी पदक की घाेषणा से और बुलंद हो गया। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित वीरता पदकों से अधिक सेना की उत्तरी कमान के वीरों को मिलें। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के सामने तैनात जवानों के साथ पूर्वी लद्दाख की चोटियों कब्जाने वाले जवानों के साथ आतंकवाद से लड़ रहे सेना के जवानों की बहादुरी को सम्मानित किया गया। गलवन के वीरों को वीरता पदक मिलने से पूर्वी लद्दाख में देश की खातिर मर मिटने को तैयार खड़े सेना के जवानों का जज्बा और बुलंद हो गया।

सोमवार को घोषित चक्र सीरिज के 10 पदकों में से 9 सेना की उत्तरी कमान के वीरों को मिले। इनमें से छह गलवन के शहीदों को मिले। कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र तो नायब सुबेदार नूडूराम सोरेन, हवलदार के पलानी, हवलदार तेजेन्द्र सिंह, नायक दीपक सिंह व सिपाही गुरतेज सिंह को वीर चक्र से सम्मानित किया गया। इसके साथ गलवन के चौदह अन्य वीरों को भी सेना मैडल जैसे वीरता पदक मिले हैं। इसके साथ बहादुरी के लिए दिए गए सेना मैडलों में से भी अधिकतर उत्तरी कमान के वीरों ने जीते हैं। कश्मीर के केरन में आतंकवादियों को मार गिराते हुए शहादत देने वाले पैरा कमांडो सुबेदार संजीव कुमार को र्कीति चक्र से सम्मानित किया गया है। कुपवाड़ा में शहादत देने वाले मेजर अनुज सूद को शौर्य चक्र मिला है। उनके साथ केरन में आतंकवादियों को मार गिराने वाले पैरा कमांडो सोनम छीरिंग तमांग को भी शौर्य चक्र मिला है। वहीं पूर्वी लद्दाख में आपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान चोटियों पर कब्जा बनाकर भारतीय को रणनीतिक रूप से मजबूत बनाने वाले सेना के 54 वीरों को भी बहाुदरी के लिए प्रशस्ति पत्र मिला है। इसके साथ लद्दाख में सियाचिन में शहादत देने वाले सिपाही सुखजिन्द्र सिंह व जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से लड़ाई में बहाुदरी दिखाने वाले 17 वीरों को भी सम्मान पत्र दिया गया है।

उत्तरी कमान के 2 कोर कमांडरों को उत्तम युद्ध् सेवा मैडल

सेना की उत्तरी कमान के वीरों के साथ जम्मू व कश्मीर की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की सोलह व पंद्रह कोर के कोर कमांडरों को उत्तम युद्ध् सेवा मैडल से सम्मानित किए गया है।गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित 4 उत्तम युद्ध् सेवा मैडलों में से दो सोलह के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हर्षा गुप्ता व पंद्रह कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू को दिया गया है।

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