Jammu Kashmir : स्वास्थ्य के क्षेत्र में जम्मू कश्मीर का बजट पूरे देश में सबसे ज्यादा पांच फीसद : सिन्हा

विशेषकर दूरदराज के इलाकों के लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलें। उन्होंने कहा कि हम स्वस्थ के ढांचे को मजबूत करने के लिए 7177 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। पिछले एक साल के दौरान 881 करोड़ के 94 स्वस्थ प्रोजेक्ट पूरे किए गए हैं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 08:07 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 08:07 PM (IST)
Jammu Kashmir : स्वास्थ्य के क्षेत्र में जम्मू कश्मीर का बजट पूरे देश में सबसे ज्यादा पांच फीसद : सिन्हा
उपराज्यपाल रविवार को शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस श्रीनगर के 39वें वार्षिक दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू कश्मीर का स्वास्थ्य के क्षेत्र में बजट देश में सबसे अधिक यानी कुल बजट का पांच फीसद यानी 1456 करोड़ रुपये का है। सरकार जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का प्रयास है कि सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले। विशेषकर दूरदराज के इलाकों के लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलें। उन्होंने कहा कि हम स्वस्थ के ढांचे को मजबूत करने के लिए 7177 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। पिछले एक साल के दौरान 881 करोड़ के 94 स्वस्थ प्रोजेक्ट पूरे किए गए हैं। उपराज्यपाल रविवार को शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस श्रीनगर के 39वें वार्षिक दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उपराज्यपाल ने विभिन्न प्रोजेक्ट का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में चिकित्सा सुविधा में बेहतर सेवाएं देने के लिए इंस्टिट्यूट की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि मैं डॉक्टर, नर्स, वार्ड ब्वांय, एंबुलेंस ड्राइवर और अन्य सभी सहयोग करने वालों का आभार जताता हूं, जिन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में नि:स्वार्थ भाव व निष्ठा से काम किया। कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए मैं सभी से आह्वान करता हूं कि वह तीसरी संभावित लहर को रोकने के लिए के लिए प्रभावी कदम उठाएं और सहयोग करें।

उन्होंने कहा कि हमारी आक्सीजन उत्पादन की क्षमता एक लाख एलपीएम हो गई जो पिछले साल 14 हजार एलपीएम थी। आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी 4290 पंचायतों में कोविड केयर सेंटर काम कर रहे हैं। नीति आयोग ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में मरीजों को पंचायत स्तर पर बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सराहा है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। जम्मू कश्मीर में पहले सिर्फ तीन मेडिकल कालेज थे जो अब सात हो चुके हैं।

एमबीबीएस की सीटों 600 से बढ़ कर 1100 हो गई : उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में एमबीबीएस की 600 सीटें थे जो 1100 हो गई हैं। जम्मू कश्मीर देश में पहला प्रदेश है जिसमें दो एम्स, दो कैंसर इंस्टीट्यूट है। साल 2019 के बाद से जम्मू कश्मीर में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की संख्या 129 थी जाे अब बढ़कर 1275 हो गई है। दस नए नर्सिंग कालेज प्रधानमंत्री ने दिए हैं। जम्मू कश्मीर में आयुष्मान सेहत योजना हर एक के लिए है। पहले जम्मू कश्मीर में ऐसी कोई योजना नहीं थी।

उपराज्यपाल ने कहा कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। नया संक्रमण ओमीक्रान सामने आया है। मैं सभी से कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए नियमों का पालन सुनिश्चित बनाने के लिए कहता हूं। इससे पहले उपराज्यपाल ने नए न्यूरो साइंस आइसीयू, पलमोनरी आइसीयू, स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट ओपीडी कांम्पलेक्स , वेटिंग हाल इमरजेंसी मेडिसिन, एक्सटेंशन आफ स्टाफ कैंटीन का उद्धाटन किया जबकि पैरामेडिकल साइंस, एडवांस पियाडेक्ट्रिक्स सेंटर, सौ सीट की क्षमता वाला आडिटोरियम, लाइब्रेरी ब्लाक और अलग ओपीडी ब्लाक का शिलान्यास किया।

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