Jammu : हनुमान ने उझाड़ी अशोक वाटिका, रावण ने विभीषण को दरबार से निकाला
विभीषण रावण को समझता है कि राम-लक्षमण कोई साधारण पुरुष नहीं हैं। सीता को लौटा दो और उनसे समझौता कर लो। इस पर रावण उन्हें डरपोक और कई तरह की बातें कह कर लज्जित करता है और दरबार से निकाल देता है।रावण की भूमिका राजेंद्र सिंह ने निभाई।
जम्मू, जागरण संवाददाता : शारदीय नवरात्र के दौरान सैनिक कालोनी में आयोजित राम लीला में बुधवार को वाली वध, हनुमान जी का लंका प्रवेश, अशोक वाटिका अजाड़ना, मेघनाद द्वारा हनुमान जी को पकड़ कर रावण दरबार ले जाना और हनुमान जी की पुंछ में आग लगाने के बाद लंका दहन जैसे दृश्य दर्शाए गए।
सैनिक कालोनी राम लीला क्लब की ओर से मंचित राम लीला का निर्देशन रशपाल बंदराल कर रहे हैं जबकि संगीत विशाल शर्मा का है। हर दृश्य में कलाकारों का अभिनय, निर्देशकीय सूझबूझ, संगीत आदि सभी रामलीला के मंचन का आकर्षक बना रहे हैं।अशोक वाटिक उझाड़ने वाले दृश्य का बच्चों ने खूब लुत्फ उठाया। हनुमान की भूमिका क्लब के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह जम्वाल ने निभाई।सुग्रीव की भूमिका संजीव पवार ने निभाई।
पहले दृश्य में वाली वध का दृश्य दर्शाया गया। दृूसरे दृश्य में तारा रानी का विलाप एवं अंगद का वाल रूप दिखाया गया।अशोक वाटिका का दृश्य काफी लंबा था। लंका उजाड़ने के वाद मेघनाद हनुमान जी को पकड़ कर लंका दरबार ले जाते हैं। वहीं यह सहमति बनती है कि हनुमान जी की पूंछ में आग लगा दी जाए।पूंछ आग लगाने और लंका दहन के दृश्य दर्शाए गए। वहीं अंतिम दृश्य में रावण अपने छोटे भाई विभीषण काे भी दरवार से निकाल देता है।
विभीषण रावण को समझता है कि राम-लक्षमण कोई साधारण पुरुष नहीं हैं। सीता को लौटा दो और उनसे समझौता कर लो। इस पर रावण उन्हें डरपोक और कई तरह की बातें कह कर लज्जित करता है और दरबार से निकाल देता है।रावण की भूमिका राजेंद्र सिंह ने निभाई। रावण की भूमिका को पसंद किया गया। बड़ी संख्या में दर्शकों ने कोरोना सावधानियों का पालन करते हुए राम लीला देखी।
एसएसपी चंदन कोहली कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। जम्मू संस्कृति स्कूल की प्रिंसिपल रोहिणी एहमा, बार्डर वेलफेयर आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष अविनाश चौधरी गेस्ट ऑफ आनर थे।सभी मेहमानों एवं मुख्य अतिथि ने कलाकारों की सराहना की और उन्हें इसी लगन से धर्म कार्यों में जुटे रहने के लिए प्रेरित किया।