Kashmir: कायर आतंकियों ने छह दिन के भीतर दूसरे पुलिसकर्मी को बनाया निशाना, बिहार के श्रमिक की हत्या भी की

Militancy In Kashmir आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि घाटी मेें सभी प्रमुख आतंकी कमांडर मारे जा चुके हैं। कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी की मौत पर भी कश्मीर मेें शांति बहाल रही है। लोगों में आतंकियों का डर समाप्त हो चुका है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:24 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 12:43 PM (IST)
Kashmir: कायर आतंकियों ने छह दिन के भीतर दूसरे पुलिसकर्मी को बनाया निशाना, बिहार के श्रमिक की हत्या भी की
इन हमलों मेें लिप्त आतंकियों और उनके साथियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा या फिर वह मुठभेड़ मेें मारे जाएंगे।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो  : कश्मीर में विकास, अमन बहाली और अपने सभी प्रमुख कमांडरों के मारे जाने से हताश आतंकियों ने फिर निहत्थे पुलिसकॢमयों और अन्य राज्यों के श्रमिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

शुक्रवार को आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में लगभग तीन घंटे के भीतर दो हमले कर एक पुलिसकर्मी को शहीद और एक बिहार के श्रमिक की हत्या कर दी। देर रात तक किसी आतंकी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली थी, लेकिन इनके पीछे लश्कर का हिट स्क्वाड कहे जाने वाले आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) जम्मू कश्मीर का हाथ माना जा रहा है। यही संगठन पांच अगस्त 2019 के बाद से कश्मीर मेें पुलिसकॢमयों, सुरक्षाबल, मुख्यधारा से जुड़े नागरिकों, कश्मीर में गैर मुस्लिमों और अन्य राज्यों के लोगों को मौत के घाट उतारने की बार-बार धमकी देता आया है।

आतंकी हमले में शहीद बांटू जी शर्मा पुत्र नाथजी जम्मू कश्मीर पुलिस मेें बतौर फालोअर तैनात थे और कुछ समय से वह रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में नियुक्त थे। बांटू जी कुलगाम के रहने वाले थे। वहीं श्रमिक शंकर चौधरी बिहार के कटिहार के प्रीतनगर का रहने वाला था।

जानकारी के अनुसार, शाम करीब पौने छह बजे कुलगाम में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित वनपोह में पुलिसकर्मी बांटू जी शर्मा सादे कपड़ों में सड़क पर खड़़ा था। अचानक वहां आतंकी आए और उन्हें प्वायंट ब्लैक रेंज से गोली मार दी। गोलियों की आवाज से अफरा तफरी फैल गई। इस बीच, निकटवर्ती इलाके में गश्त कर रहे सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंचे और उन्होंने खून से लथपथ पड़े पुलिसकर्मी को अनंतनाग अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने पुलिसकर्मी को शहीद करार दे दिया। संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बांटो जी शर्मा अवकाश पर थे। हमलावर आतंकियों को पकडऩे के लिए सुरक्षाबल ने तलाशी अभियान छेड़ दिया है।

कश्मीर में छह दिन के भीतर आतंकियों ने किसी पुलिसकर्मी पर यह दूसरा हमला किया है। इसे पहले आतंकियों ने गत रविवार को श्रीनगर के खानयार में भीड़ भरे बाजार में प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर अर्शीद अहमद मीर को पीछे से गोली मारकर शहीद कर दिया था।

पुलिसकर्मी की हत्या के लगभग तीन घंटे बाद रात साढ़े आठ बजे आतंकियों ने निहामा मेें रोजी रोटी कमाने बिहार से आए एक 35 वर्षीय श्रमिक शंकर चौधरी के सिर मेें गोली मार दी। इससे उसकी मौत हो गई। वह दम्हालहांजीपोरा में ईंट भट्ठे पर काम करता था।

बता दें कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू होने के बाद 29 अक्टूबर 2019 तक आतंकियो ने 11 बाहरी लोगों की हत्या की थी।

जल्द पकड़े या मुठभेड़ में मारे जाएंगे आतंकी : आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि घाटी मेें सभी प्रमुख आतंकी कमांडर मारे जा चुके हैं। कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी की मौत पर भी कश्मीर मेें शांति बहाल रही है। लोगों में आतंकियों का डर समाप्त हो चुका है। इससे पाकिस्तान मेें बैठे आतंकी सरगना और उनके आका पूरी तरह हताश हैं। इसलिए वह अब निहत्थे लोगों को निशाना बना रहे हैं। इन हमलों मेें लिप्त आतंकियों और उनके साथियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा या फिर वह मुठभेड़ मेें मारे जाएंगे।

कश्मीर में नौ माह में आठ पुलिसकर्मी शहीद 12 सितंबर 2021 : श्रीनगर मेें खनयार में प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर अर्शीद अहमद आतंकी हमले मेें शहीद। 7 अगस्त : कुलगाम मेें आतंकियों ने वाहनों का जाम हटा रहे पुलिस दल पर हमला किया। हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद व दो जख्मी। 27 जून : पुलवामा के त्राल में आतंकियों ने एक पुलिस एसपीओ को उसकी पत्नी व बेटी संग उनके घर में मौत के घाट उतार दिया। 22 जून : श्रीनगर के नौगाम नमाज अदा करने जा रहे पुलिस इंस्पेक्टर परवेज डार को आतंकियों ने पीछे से गोली मार शहीद किया था। 17 जून : श्रीनगर के सैदपोरा ईदगाह में पुलिस कांस्टेबल जावेद अहमद कांबे आतंकी हमले में शहीद। 19 फरवरी : श्रीनगर के बागात इलाके में एक चाय की दुकान पर खड़े दो पुलिसकर्मी आतंकी हमले मेें शहीद।

हत्या की कड़ी निंदा : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुलिस जवान और श्रमिक की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हम इस क्रूर कृत्य को करने वालों को कानून के मुताबिक कठोर दंड दिलाएंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने भी पुलिसकर्मी के परिजनों के साथ अपनी संवेदना प्रकट की। 

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