Corona Vaccine In Kashmir : कश्मीर में 92 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों में एंटीबाडी विकसित

जिस समय यह सैंपल लिए गए उस समय 60.33 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली थी। जबकि 19.15 फीसद ने एक ही डोज ली थी। हालांकि इसके बाद टीकाकरण करवाने वालों की संख्या बढ़ी है। सर्वे में 95.31 फीसद पुलिस कर्मियों में एंटीबाडी मिली।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 08:44 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 08:46 AM (IST)
Corona Vaccine In Kashmir : कश्मीर में 92 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों में एंटीबाडी विकसित
कश्मीर की सामान्य जनसंख्या में 84.3 फीसद लोगों में एंटीबाडी मिली थी।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : कश्मीर में हुए सीरो सर्वे में 92 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों औरी 95 फीसद पुलिस वालों में एंटीबाडी विकसित मिली हैं। सर्वे में यह भी सामने आया कि स्वास्थ्य कर्मियों में 70 फीसद और पुलिस वालों में 98 फीसद टीकाकरण हो चुका है।

यह सीरो सर्वे कश्मीर के सभी दस जिलों में जुलाई महीने में हुआ था। इसमें स्वास्थ्य देखभाल करने वालों और पुलिस के दो सब ग्रुप को भी शामिल किया गया था। अधिकारियों के अनुसार 731 स्वास्थ्य कर्मियों और 981 पुलिस जवानों से सैंपल लिए गए थे। जीएमसी श्रीनगर के बायोकैमिस्ट्री विभाग ने टेस्ट किए। सीरो सर्वे में पाया गया कि कुल 91.66 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों में एंटीबाडी बनी थी।

जिस समय यह सैंपल लिए गए उस समय 60.33 फीसद स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली थी। जबकि 19.15 फीसद ने एक ही डोज ली थी। हालांकि इसके बाद टीकाकरण करवाने वालों की संख्या बढ़ी है। सर्वे में 95.31 फीसद पुलिस कर्मियों में एंटीबाडी मिली। इस दौरान 90.01 फीसद पुलिस कर्मियों ने दोनों डोज ली थी। इसमें यह भी पाया गया कि कश्मीर में कोई भी पुलिस कर्मी कोविड से गंभीर रूप से बीमार नहीं हुआ।

कश्मीर की सामान्य जनसंख्या में 84.3 फीसद लोगों में एंटीबाडी मिली थी। कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के एचओडी डा. मुहम्मद सलीम का कहना है कि इससे यह साफ है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को कोविड से गंभीर रूप से बीमार होने से बचाया जा सकता है। यह सीरो सर्वे मेडिकल कालेज श्रीनगर ने स्किम्स के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग, जीएमसी अनतंनाग और जीएमसी बारामुला के साथ करवाया। इसमें स्वास्थ्य निदेशालय कश्मीर ने भी सहयोग किया।

कोविड वारियर तैयार करेगा कौशल विकास विभाग : कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव डा. असगर हसल सामून ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड अनुकूलित क्रैश कोर्स को शुरू करने की चर्चा की।यह कोर्स काैशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने कोराना वारियर्स के लिए शुरू किया है ताकि कुशल स्वास्थ्य कर्मियों की कमी न हो और पूरे भारत में स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा मिल सके। जम्मू-कश्मीर को ढाई हजार का लक्ष्य दिया गया है। यहां पर पहले से ही कोविड वारियर्स के निए प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। बैठक के दौरान राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के अधिकारियों ने इस कोर्स के नियमों के बारे में बताया। यह भी बताया गया कि नेशनल हेल्थ मिशन इस कार्यक्रम काे लागू करेगा। मेडिकल कालेजों, पैरामेडिकल कालेजों, कम्यूनिटी हेल्थ सेंटरों और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों को लक्ष्य दिए जाएंगे। उम्मीदवारों को 21 दिनों तक कक्षा में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद अस्पतालों में 90 दिन प्रशिक्षण दिया जाएगा। उम्मीदवारों को इस दौरान स्टाइपेंड दिया जाएगा और उन्हें कोविड वारियर का दर्जा दिया जाएगा। अपने जिलों के बाहर आने वालों को रहने की व्यवस्था भी की जाएगी।

chat bot
आपका साथी