Black Day In Jammu : शहीद विद्यार्थियों की याद में कालेजों में तीन दिवसीय ब्लैक-डे
जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्यों ने शहीदी स्थल पर अनशन शुरू कर दिया है। पिछले कई सालों से फेडरेशन के सदस्य अनशन रखते हैं। तीसरे दिन सदस्यों को जम्मू विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाते है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू के लिए विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज, कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किए जाने के मुद्दे पर हुए आंदोलन के शहीदों को नमन करने के लिए आज शनिवार से जम्मू संभाग के डिग्री कालेजों में तीन दिवसीय ब्लैक डे की शुरुआत हुई।
जम्मू में साल 1966 में हुए आंदोलन में पुलिस की गोली से चार विद्यार्थी शहीद हो गए थे। शहीद विद्यार्थियों की याद में साइंस कालेज जम्मू के बाहर गेट के नजदीक शहीदी स्थल बनाया गया है। हर साल तीन दिन तक 16 अक्टूबर से लेकर 18 अक्टूबर तक जम्मू संभाग के डिग्री कालेजों में ब्लैक डे मनाए जाते है। तीन दिन तक कक्षाएं नहीं लगती और शहीदी स्थल पर विद्यार्थी संगठनों के प्रतिनिधि, विद्यार्थी, कालेजों के स्टाफ सदस्य श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
इस बार कोरोना से उपजे हालात के कारण कालेज पिछले डेढ़ साल से अधिक समय से बंद है। ऐसे में आनलाइन कक्षाएं ही लग रही है। इसलिए शहीदी स्थल पर नमन करने के लिए कम विद्यार्थी पहुंच रहे हैं। आज ब्लैक डे की शुरुआत होते ही साइंस कालेज के स्टाफ सदस्यों ने शहीदी स्थल पर जाकर शहीदों को नमन किया।
जम्मू ज्वाइंट स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्यों ने शहीदी स्थल पर अनशन शुरू कर दिया है। पिछले कई सालों से फेडरेशन के सदस्य अनशन रखते हैं। तीसरे दिन सदस्यों को जम्मू विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाते है। विद्यार्थियों के आंदोलन के कारण साल 1969 में जम्मू में जम्मू विश्वविद्यालय स्थापित हो पाया था। उसके बाद जम्मू में मेडिकल कालेज बना था। बाद में शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान और तकनीक विश्वविद्यालय जम्मू स्थापित हुआ।
जम्मू शहर के अन्य कालेजों मौलाना आजाद मेमोरियल कालेज, कामर्स कालेज, महिला कालेज गांधी नगर, महिला कालेज परेड, साइंस कालेज के स्टाफ सदस्यों ने भी शहीदी स्थल जाकर शहीद विद्यार्थियों को नमन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, नेशनल सेक्युलर फोरम, एनएसयूआई के कार्यकर्ता भी रविवार को शहीदों को नमन करेंगे।