Jammu: कवि गोष्ठी में कवियों ने दिया कोरोना में घर बैठने का संदेश

कुसुम शर्मा अंतरा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में सभी कवियों की रचनाओं की सराहना करते हुए कहा कि ई-गाेष्ठी के माध्यम से हम एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं। युवाओं को भी इस तरह के कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर अपनी मन की बात कहनी चाहिए।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:49 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:49 AM (IST)
Jammu: कवि गोष्ठी में कवियों ने दिया कोरोना में घर बैठने का संदेश
ऊधमपुर की डोगरी उर्दू की कवयित्री कुसुम शर्मा अंतरा ई-गोष्ठी की अध्यक्षता की।

जम्मू, जागरण संवाददाता : नमीं डोगरी संस्था की ओर से आयोजित ई- कवि गाेष्ठी में कोरोना काल में घर बैठने का संदेश दिया। कवियों ने अपनी रचनाओं से संदेश किया कि अगर हम रहेंगे तो मिलना मिलाना जीवन भर चलता रहेगा लेकिन अगर इस समय बिना मतलब के घर के बाहर घूमेंगे तो अपने साथ-साथ दूसरों को भी परेशानी में डाल देंगे। इस डिजटल बहुभाषी कवि गोष्ठी में हिन्दी, उर्दू, डोगरी, पंजाबी और अंग्रेजी भाषाओं के 16 कवियों ने विभिन्न विषयों पर अपनी रचनाएं पढ़ी।

ऊधमपुर की डोगरी उर्दू की कवयित्री कुसुम शर्मा अंतरा ई-गोष्ठी की अध्यक्षता की। नमीं डोगरी संस्था के महासचिव संगीतकार यशपाल यश ने अपने अनूठे अंदाज में कार्यवाही का संचालन किया।संयोजक एनडीएस कैप्टन ललित शर्मा ने किया।स्वागत नमीं डोगरी संस्था के अध्यक्ष हरीश कैला ने किया। कवि गोष्ठी में भाग लेने वाले कवियाें में शंभु राम प्यासा, सविता शर्मा, सुरिंदर घरोटिया कोमल, अमरजीत कौर नीर, सुदर्शन कुमारी दर्शी, बीएस जम्वाल,कल्पना गुप्ता रतन, जतिंदर जॉली, दलीप सिंह बिलाबरिया, नीलम शर्मा, डा. सुशील भोला,एसके जैन, अरुण शर्मा बनाथिया, के डी कौल महबूब और कुसुम शर्मा अंतरा शामिल थे।

कवि गोष्ठी में पढ़ी गई इन रचनाओं की प्रो.अनुपमा शर्मा, वकील निधि कैला चौधरी,रोहित चौधरी, विंग कमांडर,डा. दीपक सी डोगरा,ग्रुप कैप्टन दपिंदर सिंह, डा. चंचल शर्मा, संजीव शर्मा, आरके उप्पल, राम पॉल डोगरा, ऋत्विक रोहन कैला, कुलभूषण सिंह जम्वाल और विज्ञान भारती कैला ने सराहना की।

यशपाल यश ने ऑडियो क्लिप के माध्यम से पढ़ी जाने वाली हर काव्य वस्तु पर अपनी साहित्यिक टिप्पणियों की ।

कुसुम शर्मा अंतरा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में सभी कवियों की रचनाओं की सराहना करते हुए कहा कि ई-गाेष्ठी के माध्यम से हम एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं। युवाओं को भी इस तरह के कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर अपनी मन की बात कहनी चाहिए। कलाकार कुलभूषण सिंह जम्वाल ने सभी प्रतिभागियों और गोष्ठी से जुड़ने वालों का धन्यवाद किया । 

chat bot
आपका साथी