Corona Vaccine In J&K : सितंबर के अंत तक मिलेंगी बीस लाख डोज, टीकाकरण वाले इलाकों में कम हुए मामले
Corona Vaccine In JK सितंबर के अंत तक वैक्सीन की 20 लाख डोज मिल जाएंगी। प्रशासन को उसी के अनुसार योजना बनाने की आवश्यकता है।जिन क्षेत्रों में कम टीकाकरण है वहां पर अधिक ध्यान दें। कमी को दूर करने के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात करें।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोविड के मामले बढ़े हैं, वहां पर टीकाकरण को बढ़ाएं और उन क्षेत्रों में सख्त कोविड प्रोटोकॉल लागू करें। यह निर्देश उन्होंने जम्मू-कश्मीर में कोविड परिदृश्य की समीक्षा के लिए आयोजित साप्ताहिक बैठक के दौरान दिए।
उपराज्यपाल ने उपायुक्तों और स्वास्थ्य विभाग को निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए टीकों के उपलब्ध स्टाक का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।सितंबर के अंत तक वैक्सीन की 20 लाख डोज मिल जाएंगी। प्रशासन को उसी के अनुसार योजना बनाने की आवश्यकता है।जिन क्षेत्रों में कम टीकाकरण है, वहां पर अधिक ध्यान दें। कमी को दूर करने के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात करें।
उन्होंने कहा कि यह स्डी हुई है कि जहां पर अधिक टीकाकरण हुआ है, वहां पर कोविड के मामले कम आ रहे हैं। इसीलिए मामलों को कम करने के लिए टीकाकरण अभियान को बढ़ाना होगा। उन्होंने पोटोकाल को सख्ती के साथ लागू करने के लिए पुलिस और सिविल प्रशासन की संयुक्त टीमें गठित करने को कहा। उन्होंने कालेजों, विश्वविद्यालयों के अलावा दिव्यांगों के टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाने को कहा।
बाल चिकित्सा उत्कृष्ट केंद्र स्थापित किए जाएंगे : श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल तथा जिला अस्पतालों में बाल चिकित्सा उत्कृष्ट केंद्र (पीडियाट्रिक सेंटर आफ एक्सीलेंस) स्थापित किए जाएंगे। केंद्र सरकार ने नेयानल हेल्थ मिशन की आरसीआरपी कार्य योजना के तहत यह केंद्र बनाए जाएंगे। इसी कार्य योजना के तहत अस्पतालों में टेली आइसीयू स्थापित करने के लिए जीएमसी जम्मू में प्रस्तावित साफ्टवेयर का आनलाइन डेमो दिया गया।
पुणे की सी-डैक टीम ने यह डेमो दिया। प्रिंसिपल जीएमसी जम्मू डा. शशि सूदन ने इस पूरे कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर जीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी अश्विनी खजूरिया, बाल रोग विभाग के एचओडी डा. धनश्याम सैनी, डा. आशु जम्वाल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट एसएमजीएस अस्पताल डा. दारा सिंह, गांधीनगर अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. इंदिरा भूटेयाल, डा. बेलू शर्मा, डा. महेश गुप्ता और रविंद्र राणा भी मौजूद थे। कई अन्य डाक्टरों ने आनलाइन मोड से भाग लिया।