Jammu : बच्चों, गर्भवती महिलाओं के लिए तैयार हो रहे अस्पताल, एसएमजीएस-गांधीनगर अस्पताल में होंगे विशेष वार्ड

इस समय जम्मू संभाग में कोरोना मरीजों के लिए कुल 2423 बिस्तर हैं। इन्हें बढ़ाकर पांच हजार तक किया जा सकता है। जीएमसी जम्मू में 179 सीडी अस्पताल में 110 गांधीनगर के जच्चा-बच्चा अस्पताल में 172 बिस्तर कोविड के मरीजों के लिए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 08:06 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 08:06 AM (IST)
Jammu : बच्चों, गर्भवती महिलाओं के लिए तैयार हो रहे अस्पताल, एसएमजीएस-गांधीनगर अस्पताल में होंगे विशेष वार्ड
सरकार इस बार इन अस्पतालों के अलावा जिला अस्पतालों पर विशेष जोर दे रही है।

जम्मू, रोहित जंडियाल: कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में जम्मू-कश्मीर के कई प्रमुख अस्पतालों में बिस्तरों की कमी मरीज देख चुके हैं, लेकिन तीसरी संभावित लहर को देख अस्पतालों में इस बार अधिक बिस्तर तैयार किए जा रहे हैं। विशेषतौर पर गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा। यही कारण है कि जम्मू के श्री महाराजा गुलाब ङ्क्षसह अस्पताल और गांधीनगर के जच्चा-बच्चा अस्पताल में विशेष वार्ड तैयार किए जा रहे हैं। यही नहीं जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट स्थापित करने की तैयारी हो रही है।

कोरोना की दूसरी लहर में आई परेशानियों को देखते हुए सरकार ने एक टास्क फोर्स बनाई थी। इसकी अध्यक्षता शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस के पूर्व डायरेक्टर डा. एमएस खुरू और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान विजयपुर जम्मू के कार्यकारी निदेशक डा. शक्ति गुप्ता ने की थी। उन्होंने भी बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर अधिक ध्यान देने पर जोर दिया था। विशेषज्ञों ने आशंका जताई थी कि तीसरी लहर में बच्चे और महिलाएं अधिक प्रभावित हो सकती हैं। इसके अनुसार ही अब सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है।

जम्मू संभाग में कितने बिस्तर हैं : इस समय जम्मू संभाग में कोरोना मरीजों के लिए कुल 2423 बिस्तर हैं। इन्हें बढ़ाकर पांच हजार तक किया जा सकता है। जीएमसी जम्मू में 179, सीडी अस्पताल में 110, गांधीनगर के जच्चा-बच्चा अस्पताल में 172 बिस्तर कोविड के मरीजों के लिए हैं। सरकार इस बार इन अस्पतालों के अलावा जिला अस्पतालों पर विशेष जोर दे रही है।

ये हैं हालात : स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार सिर्फ जीएमसी जम्मू में ही 350 अतिरिक्त बिस्तरों पर आक्सीजन की सुविधा तैयार की जा रही है। श्री महाराजा गुलाब ङ्क्षसह अस्पताल में जहां इस समय 250 बिस्तरों में आक्सीजन की सुविधा है। अब दो करोड़ चालीस लाख के प्रोजेक्ट के साथ सभी 750 बिस्तरों में आक्सीजन की सुविधा तैयार की जा रही है। दूसरी लहर में इस अस्पताल में सिर्फ पचास बिस्तर कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित थे। मगर यह बच्चों का प्रमुख अस्पताल है, इस कारण अगर जरूरत पड़ी तो पूरे अस्पताल में कोविड मरीजों को सुविधा दी जा सकती है।

पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट तैयार हो रहे: यही नहीं गांधीनगर के जच्चा-बच्चा अस्पताल में दूसरी लहर के दौरान 110 बिस्तर ही कोविड के मरीजों के लिए रखे थे। अब 172 बिस्तर तैयार हो गए हैं। इन्हें बढ़ाकर दो सौ किया जा सकता है। श्री महाराजा गुलाब ङ्क्षसह अस्पताल और गांधीनगर के जच्चा बच्चा अस्पताल में 20-20 बिस्तरों की क्षमता वाले पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट तैयार किए जा रहे हैं। दोनों अस्पतालों में बच्चों के लिए 20-20 बिस्तरों की क्षमता वाले हाई डिपेंडेसी वार्ड भी तैयार हो रहे हैं। गांधीनगर के जच्चा-बच्चा अस्पताल में गर्भवती महिलासओं के लिए भी 20 बिस्तरों की क्षमता वाला हाई डिपैंडेसी वार्ड भी तैयार हो रहा है।

जीएमसी में बढ़ रहे आइसीयू के बिस्तर : राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में 100 बिस्तरों की नई इमरजेंसी ने काम करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा इंटेंसिव केयर यूनिट के 100 और बिस्तर तैयार करने की योजना पर काम हो रहा है। इसकी पुष्टि जीएमसी की ङ्क्षप्रसिपल डा. शशि सूदन ने भी की है। उनका कहना है कि जीएमसी व सहायक अस्पतालों में सुविधाओं का लगातार सुधार किया जा रहा है ताकि किसी भी मरीज को कोई परेशानी न हो। 

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