Smart City Jammu : पुराने शहर में आठ साल में सीवरेज पर 130 करोड़ खर्च फिर भी नतीजा सिफर

Smart City Jammu नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) को वर्ष 2012 में पुराने शहर में सीवरेज लाइन डालने का काम सौंपा गया था। एक साल तक कुछ मुहल्लों में एनबीसीसी ने काम किया लेकिन वर्ष 2013 में फंड के अभाव में उसने काम बंद कर दिया।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 08:11 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 03:09 PM (IST)
Smart City Jammu : पुराने शहर में आठ साल में सीवरेज पर 130 करोड़ खर्च फिर भी नतीजा सिफर
पीरखोह क्षेत्र में करीब 100 घरों को ही सीवरेज से जोड़ा जा सका है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : करीब आठ साल पहले पुराने शहर में सीवरेज लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन अब भी कुछ मुहल्लों को छोड़कर यहां के ज्यादातर इलाके सीवरेज से नहीं जुड़ पाए हैं। जम्मू पूर्व विधानसभा के अंतर्गत आने वाले पुराने शहर की हालत यह है कि यहां अधिकतर घरों में सीवरेज टैंक तक नहीं बने हैं। नतीजतन अब भी यहां घरों में शौचालय की सारी गंदगी सीधे नालियों से होते हुए तवी नदी में जाकर उसे प्रदूषित कर रही है।

नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) को वर्ष 2012 में पुराने शहर में सीवरेज लाइन डालने का काम सौंपा गया था। एक साल तक कुछ मुहल्लों में एनबीसीसी ने काम किया, लेकिन वर्ष 2013 में फंड के अभाव में उसने काम बंद कर दिया। छह साल बाद फरवरी 2019 में फिर एनबीसीसी ने यहां सीवरेज का काम शुरू किया, लेकिन अब तक पुराने शहर का 95 प्रतिशत इलाका सीवरेज से नहीं जुड़ पाया है। लोग जल्द सीवरेज का काम पूरा करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल रही है। आठ साल में सीवरेज पर करीब 130.75 करोड़ रुपये खर्च हो गए, लेकिन अभी तक 3000 कनेक्शन ही जम्मू पूर्व इलाके में दिए गए हैं।

इन मुहल्लों में डाली गई पाइप, पर नहीं दिया गया कनेक्शन: शहर के मस्तगढ़, पीरखोह, पीर मिट्ठा, पुरानी मंडी गली, पंजतीर्थी, टांगे वाली गली, अफगाना मुहल्ला, दीवाना मंदिर, पक्का डंगा, फत्तू चौगान, खिलौने वाली गली, सहगल गली, पक्का डंगा मुहल्लों में सीवरेज की पाइप तो डाल दी गई है, लेकिन घरों में अब तक कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब सीवरेज शुरू होगी, लेकिन इस बार में नगर निगम की तरफ से उनको स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बताया जा रहा है।

इन इलाकों में नहीं बिछाई गई सीवरेज लाइन: पुराने शहर के जुलाका मुहल्ला, सपना साड़ी सेंटर से पीर बाबा तक गली, चमन टी स्टाल वाली गली, छोटा शिव मंदिर गली, पक्की ढक्की क्षेत्र की कुछ गलियां, जैन मुहल्ले का कुछ क्षेत्र, बाबा लालजी वाली गली आदि ऐसे क्षेत्र हैं, जहां आज तक सीवरेज की पाइप नहीं डाली गई है। इन इलाकों के लोग सीवरेज लाइन डालने के लिए नगर से मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांग सुनी नहीं जा रही है।

पीरखोह क्षेत्र में करीब 100 घरों को ही सीवरेज से जोड़ा जा सका है। शेष इलाकों में अभी भी सीवरेज शुरू नहीं हो सकी है। वर्ष 2012-13 में पहले पाइप डाली गई थी, लेकिन फिर काम बंद हो गया था। अब पिछले वर्ष काम शुरू हुआ है। उम्मीद कर सकते हैं कि कुछ माह में पुराने शहर के लोगों को सीवरेज से जोड़ दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है। -नरोत्तम शर्मा, कारपोरेटर, वार्ड तीन वार्ड नंबर दो एक पहाड़ी पर क्षेत्र है। यहां एक-दो गलियों को छोड़कर कोई कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। जहां कनेक्शन हैं भी वहां लीकेज की समस्या आ रही है। इन इलाकों में मलबा गलियों में फेंक दिया जाता है। गलियां खस्ताहाल हैं। न्यू ईरा स्कूल वाली गली तोड़ दी गई है। मेन होल के प्लास्टर भी नहीं किए गए। जैन बाजार में रातों-रात काम किया गया, लेकिन मरम्मत कार्य नहीं किया गया। -जगदीश कुमार लाली, कारपोरेटर, वार्ड दो वार्ड दस में हनुमान गली, अफगाना मुहल्ला, रानी पार्क, पहाडिय़ां मुहल्ला, सिटी चौक, कच्ची छावनी, पुरानी मंडी, राज तिलक रोड, परेड, भैरो मंदिर गली आदि को सीवरेज से जोड़ा जाना है। जोरशोर से काम जारी है। दो महीने में कनेक्शन जोड़ दिए जाएंगे। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी। -अनिल मासूम, कारपोरेटर, वार्ड 10 अक्टूबर माह में हम पुराने शहर में प्रोजेक्ट को पूरा करने जा रहे हैं। अधिकतर कनेक्शन दे दिए गए हैं। फरवरी 2019 में यह प्रोजेक्ट शुरू किया था। पुराने प्रोजेक्ट में से कुछ हिस्से को ही एनबीसीसी को दिया गया, जिसे पूरा किया जा रहा है। जल्द ही इस प्रोजेक्ट को पूरा कर यूईईडी को सौंपेंगे। पिछला प्रोजेक्ट 2013-14 में फंड के अभाव में रुक गया था। शेष प्रोजेक्ट पर अब काम हुआ है। -आदित्य पालीवाल, जनरल मैनेजर, एनबीसीसी 

इस वर्ष के अंत तक सीवरेज से जुड़ जाएंगे शहर के पूर्वी इलाके के सभी मुहल्ले: मेयर

नगर निगम के मेयर चंद्रमोहन गुप्ता का कहना है कि जम्मू पूर्व में इस वर्ष के अंत तक सभी मुहल्ले सीवरेज से जुड़ जाएंगे। पुराना शहर ढलान में है। यहां लोगों ने घरों में सैप्टिक टैंक तक नहीं बनवाए थे। अब यहां सीवरेज की पाइप डालकर कनेक्शन दिए जा रहे हैं। जहां कनेक्शन नहीं दिए गए हैं, वहां पाइप डाली जा रही हैं। पिछली सरकारों की अनदेखी के चलते आज तक शहर सीवरेज से नहीं जुड़ा सका है। फरवरी 2019 में हमने दोबारा सीवरेज का काम शुरू करवाया था। हम प्रयास कर रहे हैं, जिसका रिजल्ट भी दिखने लगा है।

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