Illegal Mining In Jammu: रंधावा के हक में उतरे पूर्व उपमुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता, कहा-रंधावा के आरोप काफी हद तक सही

Illegal Mining In Jammu पार्टी सूत्रों के अनुसार रंधावा द्वारा दिए गए जवाब पर आगे की कार्रवाई करने के लिए तीन सदस्यीय अनुशासन समिति रविवार को बैठक कर सकती है। इस दौरान इस मामले के सभी पहलुओं पर गौर किया जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 07:56 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 12:06 PM (IST)
Illegal Mining In Jammu: रंधावा के हक में उतरे पूर्व उपमुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता, कहा-रंधावा के आरोप काफी हद तक सही
आगे की कार्रवाई करने के लिए तीन सदस्यीय अनुशासन समिति रविवार को बैठक कर सकती है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: पूर्व एमएलसी व भाजपा के प्रदेश सचिव विक्रम रंधावा ने प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के मामले में प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना से लिखित में खेद जताया है।

वहीं रंधावा के संमर्थन में आए भाजपा के वीरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता ने खनन में भ्रष्टाचार के आरोपों को काफी हद तक सही ठहराया है। गुप्ता का कहना है कि जोरशोर से चल रहे अवैध खनन के पीछे कौन लोग हैं, जांच से यह सामने आना चाहिए।

ऐसे हालात में रंधावा ने प्रदेश भाजपा की अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष सुनील सेठी को भेजे जवाब में भी स्पष्ट किया है कि उन्होंने पार्टी के खिलाफ एक भी शब्द नही कहा है, गुस्से में अभद्र भाषा बोलने से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं। वह भाजपा के सच्चे सिपाही हैं, लिहाजा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई न की जाए। इसके साथ रंधावा ने रविन्द्र रैना से भेंट कर उनसे भी इस मामले में स्थिति स्पष्ट की।

नोटिस के जवाब में रंधावा ने लिखा है कि उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप स्टोन क्रशर एसोसिएशन के प्रधान होने के नाते लगाए थे। उनके साथ संवाददाता सम्मेलन में पिछले कई सालों से खनन विभाग द्वारा प्रताड़ित किए जा रहे व्यवसायी भी थे। वह कभी भी ऐसा कुछ नहीं कर सकते हैं जिससे पार्टी को नुकसान हो। अलबत्ता रंधावा ने स्पष्ट किया है कि उनका यह आरोप सही है कि इस समय अधिकारियों, पुलिस, खनन विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के साथ निमार्ण सामम्री की धड़ल्ले से कालाबाारी हो रही है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार रंधावा द्वारा दिए गए जवाब पर आगे की कार्रवाई करने के लिए तीन सदस्यीय अनुशासन समिति रविवार को बैठक कर सकती है। इस दौरान इस मामले के सभी पहलुओं पर गौर किया जाएगा। इसमें रंधावा के आरोपों के साथ डॉ जितेन्द्र सिंह के वकील द्वारा रंधावा के खिलाफ एक करोड़ रूपये की मानहानि का नोटिस पर भी चर्चा होगी।

वहीं दूसरी ओर रंधावा को नोटिस भेजने वाले डॉ जितेन्द्र सिंह के वकीलों द्वारा कविन्द्र गुप्ता को भी इस मामले में पार्टी बनाया जा सकता है। ऐसे हालात में कविन्द्र गुप्ता ने प्रदेश भाजपा से स्पष्ट कर दिया है कि अगर रंधावा के भ्रष्टाचार के आरोपों की आंच उन तक पहुंचती है तो ऐसे हालात में वह भी अनुशासन समिति से लिखित में कार्रवाई करेंगे कि उनकी साख को दाव पर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो।

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