Jammu Kashmir : आइआइटी के निदेशक ने लेह में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के विकल्पों पर की चर्चा

एनआइटी के निदेशकों की टीम ने बुधवार को लेह में हायर सेकेंडरी स्कूलों के बच्चों के साथ विचार-विमर्श कर बेहतर भविष्य को लेकर उम्मीदों के बारे में जानकारी ली। टीम ने विद्यार्थियों से जाना कि स्कूली शिक्षा हासिल करने के बाद वे आगे क्या करना चाहते हैंं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:35 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:35 PM (IST)
Jammu Kashmir : आइआइटी के निदेशक ने लेह में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के विकल्पों पर की चर्चा
युवाओं ने क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा हासिल करने में आने वाली दिक्कतों के बारे में इस टीम को बताया।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : लद्दाख के पांच दिवसीय दौरे पर आई एनआइटी के निदेशकों की टीम ने बुधवार को लेह में हायर सेकेंडरी स्कूलों के बच्चों के साथ विचार-विमर्श कर बेहतर भविष्य को लेकर उम्मीदों के बारे में जानकारी ली। कारगिल जिले के बाद लेह जिले के दौरे पर पहुंची इस टीम ने विद्यार्थियों से जाना कि स्कूली शिक्षा हासिल करने के बाद वे आगे क्या करना चाहते हैंं। इस दौरान युवाओं की आकांक्षाओं के बारे में जानकारी लेने के बाद उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के विकल्पों पर चर्चा की गई।

कारगिल के बाद लेह जिले का दौरा करने वाली इस टीम में आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर बीराम गोपाल राव, आइआइटी मुंबई के निदेशक प्रोफेसर शुभाशीष चौधरी, आइआइटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर व आइआइटी दिल्ली के प्रोफेसर बालाकृष्णन शामिल हैं। यह टीम लद्दाख में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा के विकल्प तलाश रही है। निदेशकों की इस टीम ने मंगलवार को एलिजर जोलडन मेमोरियल कालेज का दाैरा किया था। इस दाैरे के दौरान टीम ने विद्यार्थियों से उनकी आकाक्षांओं के बारे में जानकारी ली।

युवाओं ने क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा हासिल करने में आने वाली दिक्कतों के बारे में इस टीम को बताया। युवाओं का कहना था कि बेहतर तकनीकी शिक्षा हासिल करने के लिए उनके पास लद्दाख से बाहर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। एनआइटी के निदेशकों की टीम ने इसी तरह का कार्यक्रम कारगिल कालेज में कर जिले के युवाओं की आकांक्षाओं के बारे में जाना था।

एनआइटी के निदेशकों की टीम ने कारगिल में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दोनों जिलाें के डिप्टी कमिश्नरों, अधिकारियों से बैठकें करने के साथ शिक्षण संस्थानों का दौरा किया। यह टीम इंजीनियरिंग संस्थान खोलने की दिशा में भी कार्रवाई कर रही है। इसी बीच 23 सितंबर को दिल्ली लौटने से पहले दल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की ओर से पूरा सहयोग देने के लिए लद्दाख के उच्च शिक्षा विभाग से एक सहमति पत्र पर भी हस्ताक्षर भी करेगा।

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