Jammu: दसवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए समर स्कूल चलाएगा आइआइएम जम्मू

इस एक सप्ताह के समर स्कूल को डायरेक्टर आइआइएम जम्मू प्रोफेसर बीएस सहाय के प्रयास से शुरू किया जा रहा है जो बच्चों को कोरोना महामारी के बीच सकारात्मक सोच के साथ व्यस्त रखने के लिए शुरू किया जा रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 11:30 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 11:30 AM (IST)
Jammu: दसवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए समर स्कूल चलाएगा आइआइएम जम्मू
आइआइएम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को इस समर स्कूल में शामिल करने का लक्ष्य है।

जम्मू, जागरण संवाददाता: इंडियर इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आइआइएम) जम्मू दसवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए आनलाइन समर स्कूल चलाने जा रहा है। यह स्कूल तीन जुलाई से दस जुलाई तक चलेगा और इसमें बच्चों को वैश्विक व्यापार, उद्यमिता और भविष्य में अपने करियर संबंधी अन्य जानकारियां हासिल कर सकेंगे।

इस एक सप्ताह के समर स्कूल को डायरेक्टर आइआइएम जम्मू प्रोफेसर बीएस सहाय के प्रयास से शुरू किया जा रहा है जो बच्चों को कोरोना महामारी के बीच सकारात्मक सोच के साथ व्यस्त रखने के लिए शुरू किया जा रहा है। प्रोफेसर सहाय का कहना है कि सप्ताह भर चलने वाले इस समर स्कूल का बच्चों को काफी लाभ मिलेगा और उन्हें ज्ञान के अलावा अपने करियर बारे भी सकारात्मक सोच बनाने में मदद मिलेगी।

उन्होंने बताया कि इस साप्ताहिक कार्यक्रम में बच्चों को नए माैके तलाशने व वैश्विक व्यवसाय बारे जानकारी दी जाएगी। उन्हें उद्योग स्थापित करने, सोच का दायरा बढ़ाने व पब्लिक स्पीकिंग तक में माहिर किया जाएगा। इन सात दिनों में बच्चों का व्यक्तित्व विकास किया जाएगा जो आगे चलकर उनके बहुत काम आएगा। आइआइएम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को इस समर स्कूल में शामिल करने का लक्ष्य है।

आइआइएम के शिक्षक बच्चों को पढ़ाएगे। इसके लिए आइआइएम जम्मू की संयोजक डा. अर्चना शर्मा और डा. कुलविंद्र कौर ने प्रोग्राम तैयार किया है ताकि इस समर स्कूल को सफलता से चलाया जा सके। आइआइएम जम्मू ने बताया कि उनके इस प्रयास को अभी से अच्छी प्रतिक्रिया मिलना शुरू हो गई है।

पहले ही दिन उन्हें पांच सौ आवेदन मिल चुके हैं। इसके लिए इंस्टीट्यूट किसी बच्चे से फीस नहीं लेगा। यह स्कूल निशुल्क चलेगा। इस समर स्कूल को चलाने का उद्देश्य शिक्षा को एक नया रूप देना है ताकि देश को इसका लाभ मिल सके। 

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