आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा- श्रीनगर में अब भी सक्रिय हैं 5 आतंकी, कोई विदेशी आतंकी नहीं

Militancy in Kashmir श्रीनगर में आतंकवादियों के लिए काम कर रहे ओजीडब्ल्यू का एक विशाल नेटवर्क भी है। हमने कइयों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है। अभी भी कई पुलिस रडार पर हैं जिनकी तलाश की जा रही है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:05 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 01:20 PM (IST)
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा- श्रीनगर में अब भी सक्रिय हैं 5 आतंकी, कोई विदेशी आतंकी नहीं
कुछ ओजीडब्ल्यू को सी-श्रेणी में भी रखा है। इन्हें गुमराह कर आतंकी अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।

श्रीनगर, जेएनएन। श्रीनगर में अभी भी पांच आतंकी सक्रिय हैं। परंतु इनमें कोई विदेशी आतंकी नहीं है। ये सभी स्थानीय हैं और पुलिस के रडार पर हैं। उन्हें ढूंढा जा रहा है। यही नहीं जिले में ओवर ग्राउंड का भी एक विशाल नेटवर्क है। हालांकि कइयों को गिरफ्तार किया गया है। जो सी-श्रेणी के ओजीडब्ल्यू थे, उनकी काउंसलिंग की जा रही है। जल्द ही उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। 

यह जानकारी आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने दी। श्रीनगर के खोनमोह इलाके में अल-बदर के दो आतंकियों के मारे जाने के बाद पत्रकारों को मुठभेड़ की जानकारी देते हुए आइजीपी ने कहा कि श्रीनगर में 6 सक्रिय आतंकवादी थे। एक आतंकी को हाल ही में कोकरनाग (अनंतनाग) मुठभेड़ में मार गिराया गया था। अब श्रीनगर में केवल पांच स्थानीय आतंकवादी ही रह गए हैं। उन्हें भी जल्द ही मार दिया जाएगा या पकड़ लिया जाएगा।

उन्होंने यह जानकारी भी दी कि श्रीनगर में आतंकवादियों के लिए काम कर रहे ओजीडब्ल्यू का एक विशाल नेटवर्क भी है। हमने कइयों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है। अभी भी कई पुलिस रडार पर हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। हमने कुछ ओजीडब्ल्यू को सी-श्रेणी में भी रखा है। ये वे युवा हैं, जिन्हें आतंकी गुमराह कर अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उनकी काउंसलिंग कर उनके परिवारों को सौंप दिया गया है।

पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में आइजीपी ने कहा कि श्रीनगर में कोई विदेशी आतंकवादी सक्रिय नहीं है। हालांकि उन्हें कई विदेशी आतंकवादियों की आवाजाही के बारे में सूचनाएं मिल रही हैं परंतु अभी तक श्रीनगर जिले में कोई भी विदेशी आतंकवादी स्थायी रूप से सक्रिय नहीं है।

उन्होंने यह माना कि आइईडी सुरक्षाबलों के लिए चुनौती बन रहा है परंतु इस खतरे से प्रभावी रूप से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। उन्होंने अपने सूचना तंत्रों को और सक्रिय किया है। शोपियां में हाल ही में जब्त की गई 10 किलोग्राम आइईडी इसका उदाहरण है। हम आईईडी खतरे से अवगत हैं और समय पर इसका पता लगाकर प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं।

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