Kashmir Encounter: श्रीनगर हाईवे पर बड़े हमले की साजिश रच रहे थे कुलगाम में मारे गए LeT के दोनों आतंकी
लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी जिला कुलगाम के जोडार इलाके में छिपे हुए थे जो राष्ट्रीय राजमार्ग से सटा हुआ है। आतंकी यह बात जानते हैं कि सुबह तड़के सुरक्षाबलों के दल हाईवे पर से होकर गुजरते हैं। इन आतंकियों ने उसी दौरान हमले की योजना बनाई हुई थी।
श्रीनगर, जेएनएन। सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकवादियों की साजिश को नाकाम बना दिया है। कुलगाम में आज तड़के मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के दोनों आतंकी राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बड़ी साजिश की योजना बना रहे थे। यदि सुरक्षाबलों को समय रहते इन आतंकवादियों के बारे में नहीं पता चला और ये आतंकी अपनी योजना में कामयाब हो जाते तो सुरक्षाबलों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ता।
इस बात का खुलासा आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने किया। जिला पुलवामा और कुलगाम में मार गिराए गए चारों आतंकियों के बारे में बताते हुए आइजीपी ने कहा कि समय रहते सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई ने बड़े हादसे को टाल दिया। दरअसल कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन अपने पर सुरक्षाबलों के कसते शिकंजे से परेशान हो चुके हैं। वे बस अब इसी फिराक में हैं कि किसी न किसी तरह वे हमले को कामयाब बनाकर सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाएं।
इसी योजना के तहत लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी जिला कुलगाम के जोडार इलाके में छिपे हुए थे, जो राष्ट्रीय राजमार्ग से सटा हुआ है। आतंकी यह बात जानते हैं कि सुबह तड़के सुरक्षाबलों के दल हाईवे पर से होकर गुजरते हैं। इन आतंकियों ने उसी दौरान हमले की योजना बनाई हुई थी। उन्होंने यह भी बताया कि कुलगाम में मारे गए दोनों आतंकी स्थानीय हैं।
उन्होंने पुलवामा मुठभेड़ में मारे गए अन्य दो आतंकियों की जानकारी देते हुए कहा कि वे भी स्थानीय थे और लश्कर के लिए काम करते थे। इन आतंकवादियों के बारे में पुलिस को देर रात को ही जानकारी मिल गई थी। एसओजी के जवानों ने सेना व सीआरपीएफ के मदद से इन अभियानों को चलाया और तड़के तक चारों आतंकियों को मार गिराया गया।
वहीं अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलवामा मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की पहचान किफायत निवासी डांगरपोरा पदगमपोरा अवंतीपोरा, अनायत अहमद निवासी सोम्बुरा पुलवामा के तौर पर हुई है। वहीं कुलगाम मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों की पहचान नसीर अहमद पंडित निवासी रेडवानी कुलगाम और शाहबाज निवासी कटरुसु कुलगाम के रूप में हुई है।