Mata Vaishno Devi Yatra : कटड़ा से भवन तक सुरक्षा पुख्ता, बेखौफ होकर करें मां के दर्शन
रनपिसे ने कहा कि सीआरपीएफ सिर्फ माता वैष्णो देवी ही नहीं बल्कि अन्य धर्मस्थलों पर भी सुरक्षा व्यवस्था बनाकर रखेगी ताकि श्रद्धालु बेखौफ होकर पूजा अर्चना कर सकें। उन्होंने कहा कि कटड़ा कस्बे से लेकर यात्रा मार्ग व भवन तक सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : नवरात्र पर माता वैष्णो देवी भवन समेत पूरे यात्रा मार्ग पर सीआरपीएफ की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सीआरपीएफ ने अभी से इसकी तैयारियों में जुट गई है। सीआरपीएफ के आइजी पीएस रनपिसे ने कहा है कि नवरात्र बहुत महत्वपूर्ण महोत्सव है। सीआरपीएफ की तरफ से माता वैष्णो देवी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कोई कोर कसर नहीं रखी गई है। वे बेखौफ होकर मां के दर्शन करें। सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटर बनतालाब में दिल्ली के लिए बल के जवानों को रवाना करने के बाद वे मीडियो कर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
रनपिसे ने कहा कि सीआरपीएफ सिर्फ माता वैष्णो देवी ही नहीं, बल्कि अन्य धर्मस्थलों पर भी सुरक्षा व्यवस्था बनाकर रखेगी, ताकि श्रद्धालु बेखौफ होकर पूजा अर्चना कर सकें। उन्होंने कहा कि कटड़ा कस्बे से लेकर यात्रा मार्ग व भवन तक सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। यही नहीं जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भी सुरक्षाबलों की कड़ी नजर है। हर नागरिक को सुरक्षा मुहैया कराना उनकी जिम्मेदारी है। उनका हरेक जवान अपना दायित्व जिम्मेदारी के साथ निभा रहा है। किसी भी श्रद्धालु अथवा जम्मू-कश्मीर आ रहे पर्यटक को घबराने की जरूरत नहीं है।
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के बीच सीआरपीएफ की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा कि उनके जवान सेना, पुलिस व अन्य अर्धसैनिक बलों के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं। उनके पास जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोड ओपनिंग की जिम्मेदारी है। सीआरपीएफ जवान पूरे राजमार्ग पर बखूबी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
ड्रोन की चुनौती से निपटने की तैयार हो रही रणनीति : रनपिसे
पाकिस्तान की ओर से बार-बार भारतीय क्षेत्र में ड्रोन की घुसपैठ करवाने को सीआरपीएफ के आइजीपी पीएस रनपिसे ने भी एक बड़ी चुनौती माना है। उन्होंने कहा कि ड्रोन इस समय हमारे लिए बड़ी चुनौती है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस चुनौती से निपटने की रणनीति बना रही हैं। आइजी रनपिसे ने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए सिर्फ केंद्रीय ही नहीं, बल्कि जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षा एजेंसियां भी खुद को तैयार कर रही हैं। जल्द ही इसमें हम पूरी तरह से सक्षम होंगे।