Kashmir: युवाओं को आतंकवाद से दूर रखने के लिए सही समय पर सही अवसर प्रदान करना जरूरी: IG CRPF

Militancy in Kashmir इल्म-ए-रोजगार इसी का हिस्सा है। हम यहां के युवाओं को रोजगार से संबंधित जानकारी समय पर देंगे उसमें जानने के लिए प्रशिक्षित भी करेंगे ताकि वे सर्वोत्तम क्षेत्रों में अपना भविष्य चुनने के अवसरों का समय रहते लाभ उठा सकें।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 01:28 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 01:58 PM (IST)
Kashmir: युवाओं को आतंकवाद से दूर रखने के लिए सही समय पर सही अवसर प्रदान करना जरूरी: IG CRPF
आईजी ने कहा कि सीआरपीएफ ने कश्मीरी युवाओं को बेहतर भविष्य चुनने में उनकी मदद करने का निर्णय लिया है।

श्रीनगर, जेएनएन: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की आईजी चारु सिन्हा ने कहा कि आतंकवाद ग्रस्त इलाकों में युवाओं को सही समय पर अगर सही अवसर प्रदान करके ही हम उन्हें आतंकवाद सहित गलत रास्ते पर चलने से दूर रख सकते हैं।

श्रीनगर में युवाओं के लिए विभिन्न क्षेत्रों में करियर चुनने के लिए सीआरपीएफ द्वारा इल्म-ए-रोजगार नामक योजना की शुरूआत करते हुए आईजी सीआरपीएफ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भविष्य को लेकर युवाओं को जानकारी हो यह जरूरी है। अगर युवा अपनी उम्र के सही पड़ाव पर सही राह नहीं चुनते हैं तो वे आसानी से गलत प्रचार का शिकार हो सकते हैं या गलत रास्ते पर चल सकते हैं।

आईजी ने कहा कि सीआरपीएफ ने कश्मीरी युवाओं को बेहतर भविष्य चुनने में उनकी मदद करने का निर्णय लिया है। इल्म-ए-रोजगार इसी का हिस्सा है। हम यहां के युवाओं को रोजगार से संबंधित जानकारी समय पर देंगे, उसमें जानने के लिए प्रशिक्षित भी करेंगे ताकि वे सर्वोत्तम क्षेत्रों में अपना भविष्य चुनने के अवसरों का समय रहते लाभ उठा सकें।"

उन्होंने कहा कि मैं केवल कश्मीर की बात नहीं कर रही। वामपंथी उग्रवाद या नक्सल क्षेत्र जहां कहीं भी आतंकवाद एक मुद्दा है, वहां के युवाओं को आतंकवाद समेत अन्य गलत रास्तों से दूर रखने के लिए जरूरी है कि उन्हें सही समय पर काउंसलिंग उपलब्ध करवाई जाए। जब आप युवाओं को सही दिशा प्रदान कर देंगे, उन्हें आत्मनिर्भर बनने का रास्ता दिखा देंगे, उनके गलत रास्ते पर निकलने का सवाल ही पैदा नहीं होता। सीआरपीएफ ने इसकी की पहल की है। उम्मीद है कि हमने कश्मीर के युवाओं के बेहतर भविष्य की जो कामना की है, उसमें कामयाब होंगे।

उन्होंने बताया कि काउंसलिंग हमने पुलवामा और बांडीपोर के लड़कों की काउंसलिंग करने का विचार किया है। उन्हें राष्ट्रीय और अन्य महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। "सीआरपीएफ ने प्रशिक्षण और काउंसलिंग प्रदान करने की पूरी जिम्मेदारी ली है।" उनका मुख्य फोकस यही रहेगा कि कश्मीर के युवा भी भर्ती रैलियों सहित अन्य पाठ्यक्रमों में भाग लेने के लिए तैयार हों। हम ऑनलाइन क्लास आदि के जरिए युवाओं को कोचिंग देने की पूरी जिम्मेदारी ले रहे हैं।

इसी बीच ड्रोन चुनौतियों के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में आईजी सीआरपीएफ चारु सिन्हा ने कहा कि सीआरपीएफ समेत अन्य सुरक्षाबल ड्रोन हमलों से निपटने के लिए एक जवाबी रणनीति तैयार कर रहे हैं। उन्होंने इससे अधिक इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

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