तवी में खनन की अनुमति नहीं मिलने पर डंपर, टिप्पर मालिक उतरेंगे सड़क पर

तवी नदी से खनन करने वाले जेसीबी डंपर टिप्पर ट्रैक्टर ट्राली मालिकों ने आने वाले दिनों में अपनी गाड़ियों व परिवार सदस्यों के साथ सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है। उन्होंने खनन विभाग से या तो रायल्टी लेकर खनन की अनुमति देने या फिर टेंडर जारी कर खनन की अनुमति दिए जाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:07 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:07 AM (IST)
तवी में खनन की अनुमति नहीं मिलने पर डंपर, टिप्पर मालिक उतरेंगे सड़क पर
तवी में खनन की अनुमति नहीं मिलने पर डंपर, टिप्पर मालिक उतरेंगे सड़क पर

जागरण संवाददाता, जम्मू : तवी नदी से खनन करने वाले जेसीबी, डंपर, टिप्पर, ट्रैक्टर ट्राली मालिकों ने आने वाले दिनों में अपनी गाड़ियों व परिवार सदस्यों के साथ सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है। उन्होंने खनन विभाग से या तो रायल्टी लेकर खनन की अनुमति देने या फिर टेंडर जारी कर खनन की अनुमति दिए जाने की मांग की है।

आल जेसीबी, डंपर, टिप्पर, ट्रैक्टर-ट्राली ओनर्स एंड वर्कर्स यूनियन जगटी नगरोटा के प्रधान बशीर अहमद कोहली ने सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि जम्मू में पिछले दो साल से तवी नदी से खनन पर रोक है। पुलिस ने उनके कई वाहन जब्त कर लिए हैं और उन्हें 50-50 हजार रुपये तक जुर्माने किए गए हैं। कोहली ने कहा कि अखनूर में खनन की अनुमति है। इसी तरह सांबा, कठुआ व ऊधमपुर में भी खनन हो रहा है, लेकिन जम्मू में उन्हें खनन की अनुमति नहीं दी जा रही। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से वे लोग बेकार हैं। बैंकों से लाखों रुपये का ऋण लिया है और कर्मचारियों को वेतन देने का भी बोझ है। ऐसे में जेसीबी, डंपर, टिप्पर, ट्रैक्टर ट्राली वाले बुरी तरह से कर्ज में डूब चुके हैं। उन्होंने कई बार सरकार के पास अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे में उनके पास आंदोलन का रास्ता अपनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो वे अपनी गाड़ियां व बीवी-बच्चों को लेकर सड़कों पर आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि खनन के काम में हजारों लोग जुड़े हैं। खनन की अनुमति नहीं मिलने से उनके लिए रोजगार का जरिया बंद हो गया है।

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