Jammu Kashmir: कोरोना मरीजों के लिए देवदूत बने हेल्पलाइन ह्यूमेनिटी के वालंटियर्स

विस्थापित और जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा किताबें मुहैया करवाने वाले हेल्पलाइन ह्यूमेनिटी संस्था के वालंटियर्स कोरोना मरीजों के लिए देवदूत बनकर सामने आए हैं। कोरोना महामारी के बीच इस संस्था के वालंटियर्स उन लोगों तक दवाइयां आक्सीजन आक्सीजन व अन्य जरूरी सामान पहुंचा रहे हैं

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:58 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 06:59 PM (IST)
Jammu Kashmir: कोरोना मरीजों के लिए देवदूत बने हेल्पलाइन ह्यूमेनिटी के वालंटियर्स
इस संस्था के वालंटियर्स उन लोगों तक दवाइयां, आक्सीजन, आक्सीजन व अन्य जरूरी सामान पहुंचा रहे हैं

जम्मू, सुरेंद्र सिंह । विस्थापित और जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा, किताबें मुहैया करवाने वाले हेल्पलाइन ह्यूमेनिटी संस्था के वालंटियर्स कोरोना मरीजों के लिए देवदूत बनकर सामने आए हैं। कोरोना महामारी के बीच इस संस्था के वालंटियर्स उन लोगों तक दवाइयां, आक्सीजन, आक्सीजन व अन्य जरूरी सामान पहुंचा रहे हैं जो कोरोना पॉजिटिव होने के बाद घरों में अाइसोलेट हैं और उनके परिवारवालों का भी घरों से बाहर निकलना संभव नहीं है।

नगरोटा के जगटी कैंप स्थित इस संस्था के प्रधान एमके भट्ट ने बताया कि वे अब तक सवा सौ के करीब लोगों को कोविड किट जिसमें इवाइयां, आक्सीमीटर, थर्मामीटर आदि शामिल हैं, पहुंचा चुके हैं। भट्ट का कहना है कि कोरोना ने जगटी विस्थापित कालोनी में भी कई परिवारों को चपेट में लिया है। उन्होंने इन कालोनियों में रहने वाले लोगों की परेशानी को देखते हुए कोविड किट बांटने का मन बनाया था। शुरूआत में लगा कि शायद हम इतने लोगों की मदद न कर पाएं लेकिन जब हमने इस काम को शुरू किया तो कई लोग भी हमारी मदद के लिए आगे आ गए। उनको वरिष्ठ पूर्व आइएएस अधिकारी डा. सीके गरियाली की संस्था वितस्ता वेलफेयर फंड चिन्नई से आर्थिक मदद मिल रही है जिससे दवाइयों, आक्सीमीटर आदि की खरीद की जा रही है।

इसके अलावा डा. रेनू वाखलू कोरोना मरीजों को निशुल्क आनलाइन कंसल्टेंसी दे रही है। उन्होंने एक मरीज को आक्सीजन कंसनट्रेटर भी मुहैया करवाया। इसके अलावा भी कई अन्य संस्थाएं और लोग उनका सहयोग कर रहे हैं। इस संस्था के वालंटियर्स सिर्फ जगटी ही नहीं बल्कि जम्मू के कई इलाकों में कोरोना मरीजों तक पहुंच रहे हैं और उनकी हर संभव सहायता कर रहे हैं। बकायदा इस संस्था ने एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बना रखा है जिसमें उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने का प्रयास किया है। इस ग्रुप में शामिल लोग संस्था को उन कोरोना मरीजों बारे जानकारी देते हैं जो मुसीबत में हैं, जिसके बाद वालंटियर्स उन तक पहुंच जाते हैं। भट्ट का कहना है कि यह हमारी कोरोना के साथ लड़ाई में छोटी सी भागीदारी है। हमें यकीन है कि मिलकर हम कोरोना को हराएंगे। 

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