Jammu Kashmir : कारगिल के सीमावर्ती गांव सिलमू में हेलीकाप्टर उतारने का ट्रायल सफल
वीरवार को जब पवनहंस काे उतारने का ट्रायल हुआ तो लद्दाख आटोनमस हिल डेवलपमेंट कांउसिल के सीईओ फिरोज खान भी मौके पर मौजूद थे। इनके अलावा असिस्टेंट कमिश्नर रेवन्यू अब्दुल गफ्फार जरगर एक्सइन काचो महमूद अली पवनहंस के क्रियू सदस्य भी इस ट्रायल के साक्षी बने।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : कारगिल के सीमावर्ती और दूरदराज के क्षेत्रों को बारह महीने हवाई मार्ग के माध्यम से देश से जोड़े रखने के लिए सिलमू गांव में वीरवार को पवन हंस एमआई-172 को उतारने का सफल ट्रायल हुआ। इससे इस पूरे क्षेत्र के लोगों को उस समय भी इमरजेंसी पड़ने पर अन्य जगहों पर ले जाया जा सकेगा, जब बर्फबारी के कारण यह क्षेत्र सड़क मार्ग से कट जाते हैं। इस ट्रायल से क्षेत्र के लोग काफी उत्साहित हैं।
वीरवार को जब पवनहंस काे उतारने का ट्रायल हुआ तो लद्दाख आटोनमस हिल डेवलपमेंट कांउसिल के सीईओ फिरोज खान भी मौके पर मौजूद थे। इनके अलावा असिस्टेंट कमिश्नर रेवन्यू अब्दुल गफ्फार जरगर, एक्सइन काचो महमूद अली, पवनहंस के क्रियू सदस्य भी इस ट्रायल के साक्षी बने। फिरोज खान ने लद्दाख प्रशासन की कारगिल जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने की सराहना की। उन्होंने दूरदराज के क्षेत्र सिमलू में हेलीकाप्टर उतारने के लिए पायलटों का भी धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि सिलमू के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू करना बहुत ही अहम था। जब बफबारी के कारण यह क्षेत्र पूरी तरह से अन्य आबादी के साथ कट जाते थे तो इस क्षेत्र के लोगों विशेषकर मरीजों को बहुत परेशानी होती थी। उन्होंने बताया कि यह गांव सीमा से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है। कारगिल जिले के पांच जगहों द्रास, हिनासकोट, नमकिला-वाखा और कारगिल सिविल हेलीपैड में पहले से ही हेलीकाप्टर सफलतापूर्वक उतारा जा चुका है। आने वाले दिनों में टंगोल, रंगडम, पांडूम-जंस्कार, लुंगनक, करयाक और मीनामर्ग में भी हेलीकाप्टर उतारने का ट्रायल होगा।