Facebook Live Jammu : बेहतर लाइफ स्टाइल से रोका जा सकता है हार्ट अटैक, अटैक से पहले शरीर दिखा देता है लक्षण

पहले जहां हार्ट अटैक उम्रदराज लोगों को होता था अब युवा भी इसकी चपेट में ज्यादा आने लगे हैं। उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक के मुख्य कारण मोटापा परिवार में किसी को पहले इस बीमारी का होना अनियंत्रित मधुमेह खान-पान सही न होना हैं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 03:56 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 03:56 PM (IST)
Facebook Live Jammu : बेहतर लाइफ स्टाइल से रोका जा सकता है हार्ट अटैक, अटैक से पहले शरीर दिखा देता है लक्षण
डा. सुनील कुमार ने बताया कि हार्ट अटैक को बेहतर लाइफ स्टाइल अपना कर रोका जा सकता है।

 जम्मू, जागरण संवाददाता : विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य पर दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव में श्री माता वैष्णो देवी नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के हृदय रोग विशेष डा. सुनील कुमार ने हार्ट अटैक के लक्षण और इससे बचाव बारे पाठकों को जागरूक किया। डा. सुनील कुमार ने बताया कि हार्ट अटैक को बेहतर लाइफ स्टाइल अपना कर रोका जा सकता है। हार्ट अटैक एकदम नहीं आता बल्कि इसके होने से पहले शरीर इसके लक्षण दिखाना शुरू कर देता है। यह जरूरी है कि उन लक्षणों को पहचान लिया जाए और अटैक आने से पहले ही किसी हृदय रोग विशेषज्ञ से पूरी जांच करवा उपचार शुरू करवा दिया जाए।

डा. सुनील ने जागरण के पाठकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में हार्ट अटैक से सबसे अधिक माैतें होती है और इसका कारण हमारा लाइफ स्टाइल भी है। पहले जहां हार्ट अटैक उम्रदराज लोगों को होता था, अब युवा भी इसकी चपेट में ज्यादा आने लगे हैं। उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक के मुख्य कारण मोटापा, परिवार में किसी को पहले इस बीमारी का होना, अनियंत्रित मधुमेह, खान-पान सही न होना हैं। इनके अलावा भी हृदय रोग के कुछ कारण हैं लेकिन अगर सही लाइफ स्टाइल अपनाया जाए तो इससे बचा जा सकता है।

लक्षणों को पहचानें, लाइफ स्टाइल सुधारें :

उन्होंने हार्ट अटैक के लक्षणों बारे बताया कि इसके होने से पहले छाती में दर्द, सांस फूलना, हृदय गति का बढ़ना कम होना, जरा सा काम करने पर ज्यादा थकान महसूस होना, कभी कभी पेट में दर्द होना जिसे लोग गैस की समस्या समझ लेते हैं, जबड़े में दर्द होना आदि महसूस हो सकता है। ऐसा होने पर विशेषज्ञ की राय लें। हृदय रोग का उपचार हो सकता है। आजकल कई ऐसी तकनीक आ गई हैं जिससे उपचार संभव और आसान हो चुका है। जिससे कोई खतरा नहीं रहता। अगर आप कोई भी लक्षण देखें तो उसे नजरअंदाज न करें। उन्होंने पाठकों को सलाह दी कि अाप अपना लाइफ स्टाइल सुधारें, धुम्रपान न करें, हलका व्यायाम करें और समय समय पर अपनी जांच करवाते रहें।

chat bot
आपका साथी