Gharana Wetland Jammu: इको टूरिज्म की तर्ज पर विकसित होगा घराना वेटलैंड, वाहन पार्किंग की व्यवस्था गांव से बाहर होगी

हर साल सर्दियों में हजारों प्रवासी पक्षी सर्दियां गुजारने के लिए पहुंचते हैं। नायाब पक्षी जैसे स्पून बिल वूली हेडड स्टार्क कामन क्रेन ग्लॉसी क्रेन पेंटिड स्टार्क स्पाट बिल डक बार हेडड गीज ग्रे लाग गूज आदि पक्षियों के भी यहीं पर दर्शन होते हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:08 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:08 AM (IST)
Gharana Wetland Jammu: इको टूरिज्म की तर्ज पर विकसित होगा घराना वेटलैंड, वाहन पार्किंग की व्यवस्था गांव से बाहर होगी
घराना वेटलैंड के विकसित होने के साथ ही सड़क बनाने की दिशा में भी प्रयास जल्दी ही होंगे।

जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू के आरएस पुरा सीमांत क्षेत्र में स्थित घराना वेटलैंड की तारबंदी उपरांत अब वन्यजीव संरक्षण विभाग इस वेटलैंड को इको टूरिज्म की तर्ज पर विकसित करेगा। यह इसलिए ताकि आने वाले प्रवासी पक्षियों का विचरण और सुखमय हो सके। विकसित करने की कवायत जल्दी ही शुरू होगी। हदबंदी की जा चुकी वेटलैंड की 407 कनाल से अधिक यह भूमि अब घराना मैनेजमेंट प्लान के तहत विकसित होगी। यह प्लान पिछले बरसों में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम द्वारा तैयार करवाया गया है।

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के पंकज चंदन का कहना है कि मैनेजमेंट प्लान बनाते समय इस बात का पूरा ख्याल रखा गया कि नम भूमि जिसके लिए प्रवासी पक्षी यहां आते हैं, किसी भी तरह से प्रभावित न हो। इसलिए इस नम भूमि को सुरक्षित रखना व यहां पर ऐसा वातावरण बनाया जाएगा कि अधिक से अधिक पक्षी यहां पर आएं। घराना वेटलैंड जम्मू का प्रसिद्ध् पक्षी विहार है जिसे इंपोर्टेंट बर्डस एरिया भी घोषित किया गया है, पर हर साल सर्दियों में हजारों प्रवासी पक्षी सर्दियां गुजारने के लिए पहुंचते हैं। नायाब पक्षी जैसे स्पून बिल, वूली हेडड स्टार्क, कामन क्रेन, ग्लॉसी क्रेन, पेंटिड स्टार्क, स्पाट बिल डक, बार हेडड गीज, ग्रे लाग गूज आदि पक्षियों के भी यहीं पर दर्शन होते हैं। वन्यजीव संरक्षण विभाग के वार्डन अनिल अत्री का कहना है कि आने वाले समय में घराना मैनेजमेंट प्लान के मुताबिक ही घराना वेटलैंड पर काम आगे बढ़ेगा।

क्या क्या बनेगा :

यहां पर सर्कुलर रोड से जुड़ेगा घराना घराना वेटलैंड सीधे सुचेतगढ़ से जुड़ेगा। घराना गांव के बाहरी क्षेत्र से एक सर्कुलर रोड निकलेगी जोकि सुचेतगढ़ जाएगी ताकि सीमांत क्षेत्र सुचेतगढ़ में आने वाले पर्यटक सीधे घराना वेटलैंड पर भी आ सकें। सड़क बनाने की यह योजना काफी साल पहले से है। अब घराना वेटलैंड के विकसित होने के साथ ही सड़क बनाने की दिशा में भी प्रयास जल्दी ही होंगे।

गांव के बाहर बनेगा पार्किंग स्थल :

आने वाले समय में पर्यटकों के वाहन सीधे गांव के अंदर तक नही जा सकेंगे। इन वाहनों के लिए गांव के बाहर ही पार्किंग स्थल बनाने की योजना मैनेजमेंट प्लान में रखी गई है। प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए आने वाले लोगों को अपना वाहन पार्किंग स्थल पर खड़ा करना होगा और पैदल ही वेटलैंड स्थल तक पहुंचना होगा।

बर्डस गाइड हैं तैयार :

घराना वेटलैंड पर आने वाले पर्यटकों को बर्डस गाइड पक्षियों की पहचान कराएंगे। कुछ युवाओं को बर्डस गाईड क्षेत्र में पिछले समय में वन्यजीव संरक्षण विभाग के प्रशिक्षित भी किया था। स्थानीय बर्डस गाइड की सेवाएं ली जा सकती हैं। आरएस पुरा से घराना वेटलैंड तकरीबन 10 किलोमीटर दूर पड़ता है। इसलिए यहां पर पर्यटकों के लिए टांगा सवारी शुरू करने की दिशा में भी प्रयास होंगे।

बनेंगे व्यू प्वाइंट :

घराना वेटलैंड की अलग अलग कोने पर व्यू प्वांइट स्थापित किए जाएंगे। यह इसलिए ताकि प्रवासी पक्षियों को देखने आने वाले लोग आसानी से इन पक्षियों को निहार सकें। वहीं पर्यटकों के बैठने, आसपास के क्षेत्र में घूमने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी। बर्डस आव्जरवेटरी सेंटर को और बेहतर किया जाएगा। 

chat bot
आपका साथी