Gharana Wetland : 11 करोड़ 70 लाख रुपयों से होगा घराना वैटलैंड की भूमि का अधिग्रहण, 5 वर्ष में होगा विकास

Gharana Wetland घराना वैटलैंड में हर वर्ष सर्दियों से विदेशों से पक्षी आते हैं और यह वैटलैंड दुनिया भर में प्रवासी पक्षियों के लिए जाना जाता है। वहीं चुग ने बताया कि घराना वैटलैंड के विकास का काम पांच वर्ष में पूरा किया जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 19 Nov 2021 09:36 AM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 09:36 AM (IST)
Gharana Wetland : 11 करोड़ 70 लाख रुपयों से होगा घराना वैटलैंड की भूमि का अधिग्रहण, 5 वर्ष में होगा विकास
स्थानीय युवाओं को इको गाइड्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।

जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू के आरएसपुरा स्थित घराना वैटलैंड के विकास के लिए जल्द ही सरकार भूमि अधिग्रहण करेगी और इसके लिए वन विभाग ने राजस्व विभाग को 11 करोड़ 70 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। यह जानकारी मुख्य वन्य जीव वार्डन सुरेश चुग ने वन विभाग के आयुक्त सचिव संजीव वर्मा को दी जो वीरवार को घराना वैटलैंड के दौरे पर पहुंचे थे।

घराना वैटलैंड में हर वर्ष सर्दियों से विदेशों से पक्षी आते हैं और यह वैटलैंड दुनिया भर में प्रवासी पक्षियों के लिए जाना जाता है। वहीं चुग ने बताया कि घराना वैटलैंड के विकास का काम पांच वर्ष में पूरा किया जाएगा। यहां तक लोगों के पहुंचने के लिए संपर्क मार्ग, पार्किंग सुविधा, व्यू प्वाइंट, स्लाइस गेट, वैटलैंड की सफाई, झड़ी को बढ़ने से रोकना, पर्यटकों के लिए सुविधा आदि को बढ़ाया जाएगा।

इसके अलावा स्थानीय युवाओं को इको गाइड्स की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे बाहर से आने वाले पर्यटकों को पक्षियों व वैटलैंड बारे जानकारी दे सकें। वहीं आयुक्त सचिव ने भी वैटलैंड के विकास में स्थानीय युवाओं की भागेदारी बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि उन्हें रोजगार मुहैया हो सके। इस मौके पर क्षेत्रीय वन्य जीव वार्डन डा. कुमार एमके, वार्डन जम्मू अनिल अत्री व अन्य मौजूद थे।

आपको बता दें कि राजस्व विभाग के अनुसार इस वक्त घराना वेटलैंड 0.75 किलोमीटर रकबे में फैला हुआ है। 1978 में राज्य सरकार ने घराना वेटलैंड की हदबंदी 200 एकड़ करना प्रस्तावित किया था। लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के चलते करीब 35 वर्षों में भी इसका रकबा नहीं बढ़ाया जा सकता। अब जहां प्रवासी पक्षियों के बढ़ते आगमन को देखते हुए प्रशासन ने इसे विकसित करने का निर्णय लिया है।

घराना वेटलैंड को विकसित करने के लिए स्थानीय लोगाें की भूमि अधिग्रहित की जाएगी। योजना तैयार कर ली गई है। काफी हद तक इस पर काम शुरू हो चुका है। वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के मुताबिक तालाब को साफ किया गया और उसमें पानी की मात्रा भी बढ़ाई गई है। इससे प्रवासी पक्षियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

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