Jammu Kashmir: डीजीएमओ का अहम पद संभालेंगे जनरल बीएस राजू
कश्मीर की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की चिनार कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू सेना के अहम डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन के पद को संभालने को तैयार हैं।उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे सेना की उत्तरी कमान की चिनार कोर के जीओसी का पदभार संभालेंगे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । कश्मीर की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की चिनार कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू सेना के अहम डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन के पद को संभालने को तैयार हैं।
कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के लिए चलाई जा रही मुहिम में खासा अनुभव रखने वाले जनरल राजू चिनार कोर के जीओसी बनने से पहले उत्तरी कश्मीर में आतंकवाद से लड़ने वाली सेना की विक्टर फोर्स के जीओसी भी रहे हैं। ऐसे में उन्होंने कश्मीर में मां बुला रही मुहिम के तहत मुठभेड़ स्थलों पर आतंकवादियों को सरेंडर कर उन्हें मुख्यधारा में लाने की दिशा में सराहनीय कार्य किया। उनके कार्यकाल के दौरान कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में भी काफी कमी आई। जनरल राजू अप्रैल माह में नई जिम्मेवारीसंभाल लेंगे। उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे सेना की उत्तरी कमान की चिनार कोर के जीओसी का पदभार संभालेंगे।
वहीं जनरल बीएस राजू डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन का पद लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह से संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने वर्ष 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक अहम भूमिका निभाई थी। लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू सैन्य अभियानों के कुशल रणनीतिकार माने जाते हैं। उन्होंने उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर एक ब्रिगेड की कमान संभालते हुए घुसपैठ पर अंकुश लगाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्हें पदोन्नत कर दक्षिण कश्मीर में सेना की विक्टर फोर्स का जीओसी बनाया गया। वर्ष 2016 में आतंकी बुरहान की मौत के बाद जब पूरे दक्षिण कश्मीर में हिसा का दौर चला रहा था तो उन्होंने सूझबूझ से आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों पर काबू पाया। उन्होंने आतंकी संगठनों में भर्ती हो रहे स्थानीय युवकों को वापस मुख्यधारा में लाने के लिए मां-आवाज दे रही है और आओ स्कूल चलें जैसे कार्यक्रम भी चलाए।
अनंतनाग से आतंकवादी बना फुटबालर माजिद खान उनके ही प्रयासों से मुख्यधारा में लौटा था। उसकी वापसी से उत्साहित होकर दक्षिण कश्मीर के कई अभिभावक आतंकी बने अपने लड़कों को मुख्यधारा में लाने के लिए विक्टर फोर्स मुख्यालय पहुंचते थे।