Corona Death: सीआरपीएफ जवान सहित चार कोरोना संक्रमितों की मौत
जम्मू-कश्मीर में पिछले 13 दिनों में 84 मरीजों की मौत हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला आठ मार्च को दर्ज हुआ था।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है। सोमवार को चार और मरीजों की मौत हो गई। इसे मिलाकर अब तक जम्मू-कश्मीर में मरने वालों की संख्या 185 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को कुलगाम में तैनात सीआरपीएफ के एक जवान की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। वह 55 साल का था। घाटी में सीआरपीएफ जवान की कोरोना से दूसरी माैत है। इससे कुछ दिन पहले अनतंनाग में तैनात एक जवान की मौत हो गई थी। इससे पूर्व सोपोर बारामुला में एक 46 साल के मरीज की मौत हो गई। शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस के नोडल अधिकारी डा. जीएच यतू के अनुसार उक्त मरीज को सात जुलाई को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
सोमवार को सुबह छह बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वह कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त था। वहीं तीसरी मौत पुलवामा की रहने वाली 55 साल की महिला की हुई। उसे पांच जुलाई को सीडी अस्पताल श्रीनगर में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. सलीम टाक के अनुसार महिला को सांस संबंधी समस्या के अलावा निमोनिया था। दोपहर को उसकी मौत हो गई। चौथी मौत रामबाग श्रीनगर के रहने वाले 75 साल के व्यक्ति की हुई।
इसके साथ ही अब तक जम्मू-कश्मीर में मरने वालों की संख्या 184 हो गई है। इनमें 167 कश्मीर और 17 जम्मू संभाग के हैं। सबसे अधिक 45 श्रीनगर जिले हें। इसके बाद 34 बारामुला, 21 कुलगाम, 16 शोपियां, 14 अनतंनाग, दस कुपवाड़ा, छह पुलवामा, 13 बडगाम, तीन बांडीपोरा, चार गांदरबल, 10 जम्मू, एक उधमपुर, एक कठुआ, एक राजौरी, एक सांबा, एक पुंछ और दो डोडा में शामिल हैं।
13 दिन में 84 मौतें
जम्मू-कश्मीर में पिछले 13 दिनों में 84 मरीजों की मौत हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला आठ मार्च को दर्ज हुआ था। पहली मौत 26 मार्च को श्रीनगर में हुई थी जब 65 साल के वृद्ध् की मौत हुई थी। पहली सौ मौत होने में 96 दिन लगे। अर्थात एक दिन में औसतन एक मौत हुई। लेकिन अब मौत का आंकड़ा तेजी के साथ बढ़ा है। इस महीने अब हर दिन औसतन 6.5 मरीजों की मौत हो रही है। यह पहले की अपेक्षा छह गुणा अधिक है। स्वास्थ्य विभाग भी इससे सकते में हैं। डाक्टरों का कहना है कि कुछ दिनों में बहुत से युवाओं की भी मौत हुई है। यहां पर वायरस अब घातक हो गया है।