Jammu Kashmir: टेरर फंडिंग के जरिये पाकिस्तान में MBBS सीटें हासिल करने के मामले में एक महिला सहित चार लोग गिरफ्तार

पाकिस्तान में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग कालेजों में दाखिला दिलाने की आड़ में कश्मीर में जारी टेरर फंडिंग के नेटवर्क में शामिल जफर अकबर बट समेत चार लोगों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में एक महिला भी शामिल है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 18 Aug 2021 02:47 PM (IST) Updated:Wed, 18 Aug 2021 08:27 PM (IST)
Jammu Kashmir: टेरर फंडिंग के जरिये पाकिस्तान में MBBS सीटें हासिल करने के मामले में एक महिला सहित चार लोग गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह जानकारी देते हुए।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पाकिस्तान में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग कालेजों में दाखिला दिलाने की आड़ में कश्मीर में जारी टेरर फंडिंग के नेटवर्क में शामिल जफर अकबर बट समेत चार लोगों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में एक महिला भी शामिल है।

इस नेटवर्क के दो सदस्य इस समय पाकिस्तान में हैं जबकि दो अन्य कश्मीर में ही हैं और फरार हो गए हैं। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जफर अकबर बट का असली नाम मोहम्मद अकबर बट है और वह हिजबुल मुजाहिदीन के उन कमांंडरों में एक है, जिसने वर्ष 2000 में सल्लाहुदीन और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के खिलाफ जाकर कश्मीर में जंगबंदी का एलान करते हुए केंद्र सरकार से बातचीत की थी। फिलहाल वह जम्मू कश्मीर साल्वेशन मूवमेंट नामक संगठन का नेतृत्व कर रहा है।

जम्मू कश्मीर पुलिस के काउंटर इंटेलीजेंस कश्मीर विंग, जिसे सीआइके भी कहते हैं, ने जुलाई 2020 में हुर्रियत कांफ्रेंस के नेताओं व कुछ अन्य लोगों द्वारा पाकिस्तान में कश्मीर के छात्र-छात्राओं को एमबीबीएस व इंजीनियरिंग कालेजों में दाखिला दिलाने और बदले में एक मोटी रकम वसूल उसे आतंकी व अलगववादी गतिविधियो में लगाने के सिलसिले में मामला दर्ज कर छानबीन शुरु की थी।

सीआइके प्रवक्ता ने बताया कि मोहम्मद अकबर बट उर्फ जफर अकबर बट उर्फ जफर फतेह, फातिमा शाह पत्नी निसार अहमद शाह निवासी पल्हालन पटटन, मोहम्मद अब्दुल्ला शाह निवासी कुलपोरा सिलकूट कुपवाड़ा और सब्जार अहमद शेख निवासी शांगस अनंतनाग को गिरफ्तार कर लिया गया है। फातिमा शाह ने अल-जब्बार वेलफेयर एंड एजूकेशनल ट्रस्ट भी बना रखा है। इसके अलावा इस नेटवर्क में शामिल अल्ताफ अहमद बट अौर मंजूर अहमद शाह इस समय क्रमश: पाकिस्तान के कराची और रावलपिंडी में हैं। यह दोनाें आतंकी थे और सुरक्षाबलों से बचने के लिए 1990 के दौरान पाकिस्तान भाग गए थे। इनके अलावा दो अन्य यही कश्मीर में हैं और इस समय फरार हैं। उनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सभी आरोपितों के खिलाफ धन शोधन अधिनियम और गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।

सीआइके के प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान में बैठे अल्ताफ और मंजूर अहमद शाह पाकिस्तान में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग कालेजों में कश्मीरी छात्रों के दाखिले की आड़ में टेरर फंडिंग के खेल में आईएसआई की पूरी मदद कर रहे हैं।

क्या है मामला

सीआइके के प्रवक्ता ने बताया कि बीते साल कुछ विश्वसनीय सूत्रों से पता चला था कि हुर्रियत कांफ्रेंस के कुछ नेता और कुछ अन्य शरारती तत्व कश्मीर में सक्रिय कुछ एजूकेशनल कंसल्टेंसी के साथ मिलीभगत कर पाकिस्तान के कालेजों में एमबीबीएस व इंजीनियरिंग सीटों को बेच रहे हैं। इससे प्राप्त होने वाले पैसे का एक बड़ा हिस्सा आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है।

पुलिस ने वर्ष 2014-18 तक पाकिस्तान में एमबीबीएस व इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों में से 80 को चिन्हित कर उनसे व उनके परिजनाें से पूछताछ की। इसके अलावा वादी में करीब एक दर्जन जगहों पर तलाशी ली और इस दौरान कई अहम सुराग मिले जो दाखिलों की आड़ में टेेरर फंडिंग के खेल की पुष्टि करते हैं। इस तरह से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं में भी हुआ है।

J&K | 4 people have been arrested in connection with procuring MBBS seats for students from Jammu and Kashmir in Pakistan via Hurriyat & terror funding: J&K DGP Dilbagh Singh 

-ANI (@ani) 18 August, 2021

जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने डिजिटल मीडिया पर जानकारी दी कि पाकिस्तान में जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए हुर्रियत ने टेरर फंडिंग के जरिये एमबीबीएस सीटें हासिल करने के मामले में चार लोगों काे गिरफ्तार किया है। 

Mohammed Akbar Bhat alias Zafar Bhat, who is chairman of the salvation movement, Fatima Shah, Mohammed Abdullah Shah, and Shabzar Ahmed Sheikh were arrested. Brother of Mohammed Abdullah Shah went to Pakistan in '90s & working as a facilitator of Hurriyat: J&K DGP Dilbagh Singh

-ANI (@ani) 18 August, 2021

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