Illegal Mining Issue: पक्ष रखने को रंधावा ने वीरवार तक का समय मांगा, डॉ. जितेन्द्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा गर्माई थी राजनीति

पूर्व एमएलसी व भाजपा के सचिव विक्रम रंधावा प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के मामले में वीरवार को पार्टी के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे।अब रंधावा अपना पक्ष रखने के लिए वीरवार को जम्मू में प्रदेश अध्यक्ष से मिलेंगे।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 08:44 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 08:50 PM (IST)
Illegal Mining Issue: पक्ष रखने को रंधावा ने वीरवार तक का समय मांगा, डॉ. जितेन्द्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा गर्माई थी राजनीति
भाजपा ने इन आरोपों को निराधार करार देते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । पूर्व एमएलसी व भाजपा के सचिव विक्रम रंधावा प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के मामले में वीरवार को पार्टी के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, बुधवार को विक्रम रंधावा ने प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना से फाेन पर बात कर, अपना पक्ष रखने के लिए एक और दिन का समय मांगा। भाजपा की अनुशासन समिति ने डॉ. जितेन्द्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने व अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के मामले में कार्रवाई करते हुए रंधावा को दिन दिन में जवाब देने को कहा था।

दो दिन का समय बुधवार रात आठ बजे समाप्त हो गया है। अब रंधावा अपना पक्ष रखने के लिए वीरवार को जम्मू में प्रदेश अध्यक्ष से मिलेंगे। इस बारे में रंधावा ने जागरण को बताया कि उन्होंने अपना जवाब तैयार कर लिया है। इसमें अधिक समय लग जाने के कारण बुधवार को अपना पक्ष रखना संभव नही हो पाया है।

रंधावा ने जम्मू में संवाददाता सम्मेलन में तवी नदी में अवैध खनन के मुद्दे पर डॉ. जितेन्द्र सिंह पर आरोप लगाए थे। भाजपा ने इन आरोपों को निराधार करार देते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी। ऐसे हालात में डॉ. जितेन्द्र सिंह के वकील ने रंधावा पर एक करोड़ का मानहानि का मामला दर्ज करने का नोटिस भेज कर जोर दिया कि रंधावा माफी मांगे। रंधावा के अपनी ही पार्टी नेता पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद विपक्षी राजनीतिक दलों ने भाजपा को घेरने की मु़हिम तेज कर दी है। यह मामला गर्माने के बाद अब खासे आधार हैं कि रंधावा पार्टी के समक्ष पेश होकर डॉ. जितेन्द्र सिंह के खिलाफ अभद्र भाषा इस्तेमाल करने के मामले में खेद जता सकते हैं।

chat bot
आपका साथी