जेके बैंक के पूर्व चेयरमैन परवेज नेंगरू गिरफ्तार, हाउस कीपिंग टेंडर में घोटाले का आरोप

नेंगरू पर बैंक में करीब तीन हजार लोगों को नियमों को ताक पर रखकर नौकरी देने का भी आरोप है। नेंगरू ने अपने एक करीबी रिश्तेदार को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रखकर आइएफएफसीओ टोकियो जनरल इंश्योरेंस के साथ एक बीमा समझौता भी किया था।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 07:54 AM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 07:54 AM (IST)
जेके बैंक के पूर्व चेयरमैन परवेज नेंगरू गिरफ्तार,  हाउस कीपिंग टेंडर में घोटाले का आरोप
एसीबी के दल ने उन्हेंं गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, उनसे पूछताछ जारी है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शनिवार को जम्मू कश्मीर (जेके) बैंक के पूर्व चेयरमैन परवेज अहमद नेंगरू को बैंक में हुए हाउस कीपिंग टेंडर घोटाले में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। परवेज नेंगरू को जम्मू कश्मीर बैंक में चोर दरवाजे से नियुक्तियों, हवाला के आरोपों, ऋण व अन्य घोटालों के आरोप में जून 2019 में जम्मू कश्मीर के बैंक के प्रबंध निदेशक और चेयरमैन पद से हटा दिया गया था।

एसबी के अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर बैंक में हाउस कीपिंग का ठेका मुंबई स्थित कंपनी मैसर्स एसआइएलए साल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड को नियमों को ताक पर रख कर दिया गया था। इससे जेके बैंक को 6,29,56,575 रुपये का नुकसान हुआ था। इस मामले में परवेज नेंगरू व चार अन्य लोगों के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में मामला दर्ज किया गया था।

एसीबी ने इस मामले की जांच के दौरान कई अहम सुराग जमा किए, जो नेंगरू की इसमें संलिप्तता की पुष्टि करते हैं। इन सुराग के आधार पर एसीबी के एक दल ने शनिवार सुबह श्रीनगर के नटिपोरा छन्नपोरा स्थित परवेज नेंगरू के घर पर दबिश दी। नेंगरू उस समय अपने घर पर ही थे। एसीबी के दल ने उन्हेंं गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, उनसे पूछताछ जारी है।

घोटाले के पहले भी दर्ज हैं कई मामले : एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि नेंगरू व उनके रिश्तेदारों के घरों पर जून 2019 में भी छापेमारी की गई थी। उन पर अपने चहेतों, कुछ नेताओं को नियमों की अनदेखी कर करोड़ों रुपये के ऋण प्रदान करने, अपने रिश्तेदारों को बैंक में चोर दरवाजे से रोजगार प्रदान करने और बैंक की सीएसआर निधि को गोल्फ कोर्स के सौंदर्यीकरण पर खर्च करने के भी मामले दर्ज हैं। उन पर बैंक में करीब तीन हजार लोगों को नियमों को ताक पर रखकर नौकरी देने का भी आरोप है। नेंगरू ने अपने एक करीबी रिश्तेदार को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रखकर आइएफएफसीओ टोकियो जनरल इंश्योरेंस के साथ एक बीमा समझौता भी किया था।

नेंगरू की पुनर्बहाली की याचिका अदालत कर चुकी खारिज : लेह से लेकर कन्याकुमारी तक देश के विभिन्न हिस्सों में करीब एक हजार शाखाओं पर आधारित जम्मू कश्मीर बैंक की 1989 में मात्र 204 शाखाएं थीं और इनमें से अधिकांश जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में ही थी। बीते 30 वर्षों में देश के अग्रणी बैंक की श्रेणी में शामिल होने वाले जम्मू कश्मीर बैंक के चेयरमैन पद पर परवेज अहमद नेंगरू की नियुक्ति पीडीपी-भाजपा के शासनकाल में ही हुई थी। जम्मू कश्मीर बैंक में चेयरमैन व प्रबंध निदेशक का पद शुरू से ही सत्ताधारी वर्ग के करीबी को ही मिलता आया है। नेंगरू ने अपनी बर्खास्तगी को चुनौती देते हुए बैंक के चेयरमैन पद पर अपनी पुनर्बहाली के लिए अदालत में भी याचिका दायर की थी। जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय ने इस याचिका को 12 नवंबर 2020 को खारिज कर दिया था। 

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