Covid Delta Plus Variant: जम्मू-कश्मीर में डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला, कटड़ा का रहने वाला व्यक्ति है इससे ग्रस्त

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में डेल्टा प्लस कोविड वेरिएंट का एक मामला सामने आया है। देश में डेल्टा प्लस कोविड वेरिएंट के 21 मामले सामने आए है जिनमें जम्मू कश्मीर में एक मामला शामिल है।कटड़ा के रहने वाले एक व्यक्ति में इस वेरिएंट को पाया है।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 09:30 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 09:38 PM (IST)
Covid Delta Plus Variant: जम्मू-कश्मीर में डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला, कटड़ा का रहने वाला व्यक्ति है इससे ग्रस्त
तेजी से फैलने वाला डेल्टा वैरिएंट अब डेल्टा प्लस में तब्दील हो गया है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में डेल्टा प्लस कोविड वेरिएंट का एक मामला सामने आया है। देश में डेल्टा प्लस कोविड वेरिएंट के 21 मामले सामने आए है जिनमें जम्मू कश्मीर में एक मामला शामिल है।

चूंकि यह वायरस काफी घातक है इसलिए प्रशासन और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग काफी सतर्कता बरत रहा है। जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमण के लगातार कम होते मामलों में डेल्टा प्लस वेरिएंट का मामला सामने आना किसी चुनौती से कम नहीं है।

मेडिकल कालेज जम्मू अस्पताल ने कटड़ा के रहने वाले एक व्यक्ति में इस वेरिएंट को पाया है। दिल्ली की लैब में सैंपल भेजे गए थे जिनमें इस वायरस की पुष्टि हुई है। जिस व्यक्ति में यह वेरिएंट पाया गया है, वह एक अस्पताल की लैब में काम करता है और वहां पर कोरोना के टेस्ट होते है।

अधिकारियों के अनुसार जम्मू कश्मीर में अप्रैल मई में अधिक मौतें इसलिए हुई है क्योंकि डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आए थे मगर डेल्टा प्लस का यह पहला मामला है। जब जम्मू कश्मीर में कोरोना ज्यादा फैला हुआ था तो उस समय कुल सैंपल का पांच फीसद को दिल्ली में जांच के लिए भेजा जाता था। 

तेजी से फैलने वाला डेल्टा वैरिएंट अब डेल्टा प्लस में तब्दील हो गया है। महाराष्ट्र में कुल 21 मामले सामने आए हैं, जिसमें 2 मुंबई के भी शामिल हैं। इन 21 मामलों में सबसे ज़्यादा 9 केस रत्नागिरी में मिले हैं। इसके अलावा इसमें 15 से 20 मामले तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पंजाब और मध्य प्रदेश से मिले हैं।

कोविड डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण

- डेल्टा प्लस वैरिएंट के सामान्य लक्षणों में- सूखी खांसी, बिखार और थकान शामिल हैं।

- इसमें सीने में दर्द, सांस फूलना या सांस लेने में तकलीफ और बात करने में तकलीफ हो सकती है।

- WHO के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कुछ सामान्य लक्षण बताए हैं, जिनमें त्वचा पर चकत्ते, पैर की उंगलियों के रंग में बदलाव होना, गले में खराश, स्वाद और गंध की हानि, दस्त और सिरदर्द शामिल है।

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