Jammu Kashmir: सुरंगें खोज रहे सीमा प्रहरी, हौसला बढ़ा रहे फील्ड कमांडर

सीमा पर सुरंगें खोद रहे आतंकवादियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए पक्के प्रबंध किए जा रहे हैं। सीमा सुरक्षाबल के जवान सुरंगे खोजने के लिए कड़ी ठंड में व्यापक अभियान चला रहे हैं। वहीं फील्ड कमांडर अग्रिम इलाकों में डेरा डालकर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 07:09 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 07:09 PM (IST)
Jammu Kashmir: सुरंगें खोज रहे सीमा प्रहरी, हौसला बढ़ा रहे फील्ड कमांडर
सीमा सुरक्षाबल के जवान सुरंगे खोजने के लिए कड़ी ठंड में व्यापक अभियान चला रहे हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : सीमा प्रहरियों का निशाना बनने से बचने के लिए सीमा पर सुरंगें खोद रहे आतंकवादियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए पक्के प्रबंध किए जा रहे हैं। सीमा सुरक्षाबल के जवान सुरंगे खोजने के लिए कड़ी ठंड में व्यापक अभियान चला रहे हैं। वहीं फील्ड कमांडर अग्रिम इलाकों में डेरा डालकर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। बोबियां के बाद कठुआ जिले के पानसर इलाके में पाकिस्तान के द्वारा खोदी गई सुरंग का पर्दाफाश होने के बाद सीमा सुरक्षाबल ने सीमा की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली बटालियनों के कमांडरों को सुरक्षा की समीक्षा कर रिपोर्ट देने को कहा है। ऐसे में सभी बटालियन कमांडर अपनी मौजूदगी में सुरंगे तलाशने के लिए सीमा को खंगाल रहे हैं।

पाकिस्तानी की ओर से अब तक जम्मू में सीमा पर सुरंग खोदने की नौ वारदातें हुई हैं। इस समय कड़ी सर्तकता से गणतंत्र दिवस समारोह को सुरक्षित बनाने की तैयारी हो रही है। ऐसे में मंगलवार को भी सैन्य व खुफिया एजेंसियों ने पानसर में मौके का दौरा कर सुबूत जुटाने की कोशिश की। पानसर में मिली सुरंग पुरानी है। ऐसे में यह जानकारी जुटाने की कोशिश हो रही है कि किस स्तर तक इसका इस्तेमाल घुसपैठ के लिए हुआ है। जल्द इन सुबूतों के साथ सुरंग खोदने के लिए पाकिस्तान से कड़ी आपत्ति जताई जाएगी। कठुआ के बोबियां में 13 जनवरी को सुरंग मिलने के बाद भी पाकिस्तान से विरोध जताने के साथ सुरंग की संयुक्त जांच करवाने का मुद्दा उठाया गया था। पाकिस्तान इसके लिए राजी नहीं हुआ था।

ऐसे में सुरंग के रास्ते घुसपैठ करवाने की बड़ी साजिश नाकाम होने के बाद बीएसएफ इस समय जम्मू कश्मीर में 192 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा को जेसीबी व ट्रैक्टरों की मदद से खोद कर पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं और सुरंग तो नहीं है। यह कार्रवाई बटालियनों के कमान अधिकारियों की देखरेख में चलाई जा रही है। इसके साथ सुरंग की जांच करने के लिए बीएसएफ विशेषज्ञों की टीम बुलाने पर भी गौर हो रहा है। सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जागरण को बताया कि सुरंगे मिलना पाकिस्तान की हताश का सबूत है। हम सीमा पर सुरक्षा के स्तर को लगातार बेहतर बना रहे हैं। इसके लिए आधुनिक यंत्रों की भी मदद ली जा रही है। उन्होंने बताया कि यह कड़ी सतर्कता का ही नतीजा है कि छह महीनों में सीमा पर चार सुरंगों का पर्दाफाश हो चुका है।

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