मोदी चाहे जितने ताकतवर हों अनुच्छेद 370, 35ए नहीं हटा सकते: फारूक

पाकिस्तान से दोस्ती पर जोर देते हुए डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि अगर वतन काे बचाना है तो पड़ोसी के साथ दोस्ती करनी होगी दुश्मनी में नहीं रह सकते।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 24 May 2019 02:35 PM (IST) Updated:Fri, 24 May 2019 02:35 PM (IST)
मोदी चाहे जितने ताकतवर हों अनुच्छेद 370, 35ए नहीं हटा सकते: फारूक
मोदी चाहे जितने ताकतवर हों अनुच्छेद 370, 35ए नहीं हटा सकते: फारूक

जम्मू, जेएनएन। नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान और श्रीनगर संसदीय सीट से जीते डॉ फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुमत से जीतने के बाद कितने भी ताकतवर क्यों न हो जाएं, लेकिन वह जम्मू-कश्मीर राज्य से अनुच्छेद 35-ए और अनुच्छेद-370 को नहीं हटा सकते। यह बात उन्होंने जम्मू स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कही।

श्रीनगर संसदीय सीट जीतने के बाद डॉ फारूक शुक्रवार को श्रीनगर से पहली बार जम्मू पहुंचे। जम्मू हवाई अड्डे पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। वहां से वह एक रैली की शक्ल में नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू स्थित कार्यालय शेर-ए-कश्मीर भवन पहुंचे जहां मौजूद कार्यकर्ताओं वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी उनका स्वागत किया। बाद में डॉ अब्दुल्ला ने पत्रकारों से बात भी की। इसी दौरान उनसे जब यह प्रश्न पूछा गया कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान यह दावा किया था कि अगर वे फिर पूर्णबहुमत से सत्ता में आते हैं तो वे जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए को रद्द कर देंगे। इस पर डॉ फारूक ने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहे कितने भी ताकतवर क्यों न हो जाएं, लेकिन वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए को नहीं हटा सकते। उन्होंने कहा कि यहां बहुत से मुददे हैं, पहले उन्हें हल करना जरुरी है।

पाकिस्तान से दोस्ती पर जोर देते हुए डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि अगर वतन काे बचाना है तो पड़ोसी के साथ दोस्ती करनी होगी, दुश्मनी में नहीं रह सकते। ये हालात दोनों देशों के लिए सही नहीं है। दोनों देश विकास में पिछड़ रहे हैं। अगर दोनों देशों के संबंध बेहतर होते हैं तो इसका लाभ आम लोगों को मिलेगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, मूलभूत सुविधाएं बेहतर होंगे। उन्होंने पाकिस्तान को भी सलाह दी कि वे आतंकवाद को बंद कर रिश्तों को बेहतर बनाएं।

ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर उठ रहे सवालों पर अपना पक्ष रखते हुए डा फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव आयोग व सभी राजनीतिक दलों को आपस में मिल  बैठकर इसक मसले का हल निकालना चाहिए। भारत एक बहुत बड़ा मुल्क है। मैं कुछ भी कहूं लेकिन ईवीएम की समस्या को हल करना होगा जो भी संभव है,वह किया जाए।

कांग्रेस की हार पर डॉ अब्दुल्ला ने कहा, "जीतना और हारना जीवन का हिस्सा है। पांच साल बाद राहुल गांधी वापसी करेंगे। यह नहीं सोचें कि अमेठी के लोग उन्हें भूल जाएंगे। वहीं डॉ फारूक अब्दुल्ला का अभिनंदन करते हुए नेकां नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया की कि उनके नेतृत्व में पार्टी और मजबूत होकर काम करेगी। स्वागत समारोह में जमा नेकां नेताओं व कार्यकर्त्ताओं का अाभार जताते हुए डॉ फारूक ने राज्य के तीनों प्रांतों के लोगों को एक साथ लेकर चलने, सभी के एक समान समग्र विकास को यकीनी बनाने का यकीन दिलाया। इसके साथ ही उनहोंने राज्य में मजहबी भाईचारा मजबूत बनाने के लिए भी पार्टी कार्यकर्त्ताओं से काम करने का आहवान किया।

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