370 को कोई नहीं हटा सकता : फारूक

राज्य ब्यूरो जम्मू नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा फारुक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को पाकिस्तान के

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 01:50 AM (IST) Updated:Sat, 25 May 2019 01:50 AM (IST)
370 को कोई नहीं हटा सकता : फारूक
370 को कोई नहीं हटा सकता : फारूक

राज्य ब्यूरो, जम्मू :नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा फारुक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को पाकिस्तान के साथ दोस्ती पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहे जितने भी ताकतवर क्यों न हों, वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को नहीं हटा सकते।

श्रीनगर संसदीय सीट से चुनाव जीतने के बाद शुक्रवार को जम्मू पहुंचे डा. फारूक अब्दुल्ला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत प्राप्त करने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनुच्छेद 370 को नहीं हटा सकते। उन्होंने कहा कि यहां बहुत से मुद्दे हैं, पहले उन्हें हल करना जरुरी है।

गौरतलब है कि भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाने का यकीन दिलाया है। ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर उठ रहे सवालों पर अपना पक्ष रखते हुए डा. फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव आयोग व सभी राजनीतिक दलों को आपस में मिल बैठकर इसक मसले का हल निकालना चाहिए। भारत एक बहुत बड़ा मुल्क है। मैं कुछ भी कहूं, लेकिन ईवीएम की समस्या को हल करना होगा जो भी संभव है, वह किया जाए।

कांग्रेस को मिली करारी हार और राहुल गांधी की राष्ट्रीय सियासत में प्रासंगिकता संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि हार-जीत तो जिदगी का एक हिस्सा हैं। पांच साल बाद राहुल गांधी एक जोरदार वापसी करेंगे। आप यह मत सोचें कि अमेठी की जनता उन्हें भूल जाएगी।

राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि रियासत में अगली हुकुमत हमारी बनेगी। लोगों ने हमें तीन सीटें देकर, हम पर विश्वास जताया है। नेशनल कांफ्रेंस हमेशा ही लोगों का यकीन बनाए रखेगी और उनके हक व इंसाफ के लिए हमेशा आगे खड़ी होगी।

प्रदेश भाजपा प्रमुख द्वारा रियासत में अगली सरकार बनाए जाने के दावे पर नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष ने कहा कि जम्मू, लद्दाख और कश्मीर की जनता चुनेगी अगली सरकार। यहां सीएम कौन होगा, यह इस रियासत का अवाम तय करेगी, भाजपा नहीं।

भाजपा के साथ राज्य में किसी तरह के संभावित गठजोड़ को नकारते हुए उन्होंने पत्रकारों से सवाल किया कि क्या आप लोग नहीं चाहते कि नेकां यहां खुद अपने दम पर सरकार बनाए।

उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से दोस्ती की वकालत भी की। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री वतन को बचाना चाहते हैं तो पड़ोसी के साथ दोस्ती में रहना होगा। हम दुश्मनी में नहीं रह सकते। दुश्मनी पालकर कोई भी तरक्की नहीं कर सकता।

इससे पूर्व श्रीनगर सीट से जीत पर डा. फारूक अब्दुल्ला का शेर-ए- कश्मीर भवन स्थित पार्टी मुख्यालय में भव्य स्वागत किया गया।

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