फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से सांझा किया अपना दर्द, कहा हम क्रिमिनल नहीं

यह पत्र उन्हें सब जेल में देख रहे मजिस्ट्रेट ने दिया। फारूक ने लिखा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें पत्र भी समय पर नहीं दिया जा रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 06:11 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 06:11 PM (IST)
फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से सांझा किया अपना दर्द, कहा हम क्रिमिनल नहीं
फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से सांझा किया अपना दर्द, कहा हम क्रिमिनल नहीं

जम्मू, राज्य ब्यूरो। पिछले चार महीने से पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत हिरासत में रह रहे नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान और लोक सभा सांसद डा. फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर के साथ अपना दर्द सांझा किया है। थरूर को लिखे पत्र में फारूक ने लिखा है कि वह कोई क्रिमिनल नहीं हैं। अपने लेटरहेड पर लिखे पत्र में फारूक ने अपना निवास सब जेल लिखा है।

अब्दुल्ला को पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हिरासत में लिया गया था। बाद में यह जानकारी दी गई थी कि उन्हें पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत हिरासत में लिया गया है। उन्हें उनके गुपकार रोड स्थित निवास पर ही रखा गया है जिसे सब जेल का दर्जा दिया गया है। केरल से कांग्रेस सांसद थरूर ने 21 अक्टूबर को फारूक को पत्र लिखा था। यह पत्र उन्हें दो दिसंबर को मिला। इस पत्र में क्या लिखा गया था, इसके बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है। लेकिन फारूक ने इस पत्र के जवाब में थरूर का उन्हें पत्र लिखने के लिए धन्यवाद किया है। फारूक ने कहा कि उन्हें 21 अक्टूबर को भेजा गया पत्र दो दिसंबर को मिला।

यह पत्र उन्हें सब जेल में देख रहे मजिस्ट्रेट ने दिया। फारूक ने लिखा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें पत्र भी समय पर नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा के एक वरिष्ठ सदस्य के साथ ऐसा व्यवहार सही नहीं है। उन्होंने लिखा कि हम क्रिमिनल नहीं हैं। इस पत्र को सांझा करते हुए थरूर ने लिखा कि सांसद को संसद की कार्यवाही में भाग लेने की इजाजत दी जानी चाहिए। नहीं तो हिरासत में लेकर विपक्ष की आवाज को दबाना सरकार के लिए एक हथियार बन जाएगा। लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि सांसद कार्यवाही में भाग लें।

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