Jammu Kashmir: मौसम के मिजाज से डरे किसान, गेहूं की फसल खराब होने की चिंता सताने लगी
किसानों का कहना है कि यह समय ऐसा है जब बारिश की कदापि जरूरत नहीं होती है क्योंकि फसलें पक आई हैं और कटाई के लिए मौसम साफ चाहिए। बारिश फसलों को नुकसान ही पहुंचाएगीं। बहरहाल अभी तक जो बारिश हुई है उससे गेहूं की फसल को नुकसान नहीं हुआ।
जम्मू, जागरण संवाददाता। गेहूं की फसल पक चुकी है और जिसको समेटने के लिए कमर कसने लगे हैं। लेकिन साथ ही साथ बारिश के मिजाज किसानों को डराने लगी है। हालांकि शनिवार काे मध्यम दर्जे की हुई बारिश से फसल को नुकसान नहीं हुआ है। महज कटाई का काम कुछ दिन के लिए टल गया है। मगर चिंता यह है कि अगर बारिश का क्रम आने वाले दिनों में भी जारी रहा तो फसलों को नुकसान भी हो सकता है। ज्यादा बारिश से फसल छिन भिन्न हो सकती हैं। कटाई करते समय पौधे के साथ मिट्टी आ सकती है। यही नहीं अगर बारिश का सिलसिला लंबा खिच गया तो दाना काला भी फिर सकता है।
किसानों का कहना है कि यह समय ऐसा है जब बारिश की कदापि जरूरत नहीं होती है, क्योंकि फसलें पक आई हैं और कटाई के लिए मौसम साफ चाहिए। बारिश फसलों को नुकसान ही पहुंचाएगीं। बहरहाल अभी तक जो बारिश हुई है, उससे गेहूं की फसल को नुकसान नहीं हुआ है। किसानों का कहना है कि इससे अधिक बारिश की जरूरत नहीं है।
चौधरी प्रकाश ने कहा कि शनिवार को हुई बूंदाबांदी से फसलें गीली हो गई है। ऐसे में गेहूं की कटाई के काम में देरी हो जाएगी। लेकिन और बारिश हुई तो नुकसान होगा ही। किसान गौत्तम सिंह का कहना है कि मौसम के कई उतार चढ़ाव से गुजरने के बाद भी से इस बार गेहूं की फसल अच्छी है। किसानों से गुजारिश करूंगा कि जैसे ही मौसम साजगार बनता है, तुरंत फसल की कटाई करें। फसल पकने के बाद, लंबा समय इंतजार करना नुकसानदेह हो सकता है। वहीं बारिश से साग सब्जी की फसल को बल मिला।