पंजाब में रेल रोको से सात ट्रेनें रद, 14 के रूट बदले

जागरण संवाददाता, जम्मू : पंजाब के दसूहा में ट्रेनों को रोके जाने का असर जम्मू में भी पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 05:00 AM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 05:00 AM (IST)
पंजाब में रेल रोको से सात ट्रेनें रद, 14 के रूट बदले
पंजाब में रेल रोको से सात ट्रेनें रद, 14 के रूट बदले

जागरण संवाददाता, जम्मू : पंजाब के दसूहा में ट्रेनों को रोके जाने का असर जम्मू में भी पड़ा। जम्मू रेलवे स्टेशन से जाने वाली कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से रद करना पड़ा। कुछ ट्रेनों के रूट में बदलाव करते हुए अमृतसर की ओर भेजा गया, जहां से वे गंतव्य के लिए रवाना हुई।

शनिवार को किसानों ने पंजाब के खुडडा कुराला-दसूहा रेलमार्ग को बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने पटरियों पर बैठकर ट्रेनों को रोकना शुरू कर दिया। किसानों के रेल रोको आंदोलन के कारण जम्मू रेलवे स्टेशन से अहमदाबाद-जम्मू, जम्मू तवी एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, बेगमपुरा एक्सप्रेस, ब¨ठडा-जम्मू एक्सप्रेस, अर्चना एक्सप्रेस, कोटा-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा को आंशिक रूप से रद कर दिया गया। इसके अलावा जम्मू तवी से रवाना हुई बेगमपुरा एक्सप्रेस, जम्मू-अजमेर पूजा एक्सप्रेस, सियालदाह एक्सप्रेस, जम्मू-तवी-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, जम्मू तवी-पुणे को पठानकोट से अमृतसर की ओर मोड़ा गया, जहां से इन ट्रेनों को जालंधर छावनी भेजा गया। इसके अलावा श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा-मद्रास एक्सप्रेस, गोरखपुर एक्सप्रेस, अजमेर-जम्मू, जम्मू-दिल्ली राजधानी, हिमगिरी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-जम्मू राजधानी, स्वराज एक्सप्रेस और मालवा एक्सप्रेस को जालंधर कैंट से अमृतसर, पठानकोट होते हुए जम्मू के लिए रवाना किया। किसानों के आंदोलन को देखते हुए फिरोजपुर डिवीजन की ओर से भी ट्रेनों के रूट में बदलाव व उनके रद किए जाने की सूचना जारी की गई जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। जम्मू रेलवे स्टेशन पर भी ट्रेनों को रोके जाने से सैंकड़ों यात्री फंस गए। अधिकतर यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए थे। इनमें बच्चे व महिलाएं भी थीं। फंसे यात्रियों का कहना था कि उन्हें अगर ट्रेनों के रद होने का पहले पता चलता तो वे दूसरा विकल्प ढूंढते। वहीं ट्रेनों को कब रवाना किया जाएगा, इस बारे स्टेशन पर भी सूचना नहीं मिल रही थी। रेलवे स्टेशन पर हंगामा : ट्रेनों के रद होने के बाद जम्मू रेलवे स्टेशन पर मारामारी का माहौल बन गया। टिकट हाथ में लेकर गाड़ी का इंतजार कर रहे यात्रियों को जैसे ही पता चला कि उनकी गाड़ी रद हो गई है तो वे सकते में आ गए। आनन-फानन में यात्री सूचना केंद्र के बाहर इकट्ठा होने लगे। वहां संतोषजनक जबाव नहीं मिला तो उन्होंने हंगामा कर दिया। कुछ यात्री सूचना केंद्र के बाहर सही जानकारी की मांग रहे थे तो कुछ स्टेशन मास्टर व अन्य स्टाफ सदस्यों के कमरों के बाहर पहुंच गए। यात्रियों का कहना था कि उन्हें किसी दूसरी गाड़ी में बिठाकर भेजा जाए या उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए ताकि वे लोग गंतव्यों तक पहुंच सकें। कुछ लोग टिकट चेकरों से भी उलझते दिखे। टिकट चेकरों का कहना था कि उनका काम गाड़ियों में यात्रियों की टिकट चेक करना है। वह न तो उनको दूसरी टिकट दिलवा सकते हैं और न ही उनको दूसरी गाड़ी में बिठाकर भेज सकते हैं। उधर यात्रियों का कहना था कि उन्हें स्टेशन पर कहीं से उचित जवाब नहीं मिल रहा है। उन्हें इस बात का भी पता नहीं कि उन्हें दूसरी गाड़ियों में भेजा जाएगा या नहीं। उन्हें यह भी नहीं बताया जा रहा कि अगले दिन रवाना होने वाली उनकी ट्रेनों में उन्हें बैठने दिया जाएगा या नहीं क्योंकि अगले दिन की बु¨कग ट्रेनों में पहले से ही हो चुकी है। उधर स्टेशन पर मौजूद कर्मियों का भी यही कहना था कि अचानक ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। वे अभी कुछ भी नहीं बता सकते कि रविवार को ट्रेनों की स्थिति क्या होगी और यात्रियों को कैसे भेजा जाएगा। उधर कुछ यात्री रात को बसों का सहारा लेकर गंतव्यों के लिए रवाना हुए। सैकड़ों यात्री अपने परिवारों के साथ भी आए थे ठंडी रात में प्लेटफार्म के फर्श पर बैठने को मजबूर थे।

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