Jammu Farmers: सिंचाई के लिए नहर का पानी नहीं मिलने पर किसानों का विभाग के खिलाफ प्रदर्शन
क्षेत्र की पंचायत मक्खनपुर के किसानों ने बिश्नाह-अरनिया सड़क बंद कर सिंचाई विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसान मक्खन सिंह ने बताया कि इसवक्त धान की फसल लगाई जा रही है। नहर में पानी नहीं है जिससे पनीरी सूख गई है ।
बिश्नाह, संवाद सहयोगी । क्षेत्र की पंचायत मक्खनपुर के किसानों ने बिश्नाह-अरनिया सड़क बंद कर सिंचाई विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसान मक्खन सिंह ने बताया कि इसवक्त धान की फसल लगाई जा रही है। पनीरी को पानी लगाने के लिए नहर में पानी नहीं है जिससे पनीरी सूख गई है ।
उन्होंने बताया कि हमने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से मिलकर नहर में पानी छोड़ने की मांग की थी लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी विभाग ने पानी नहीं छोड़ा जिससे हमारी धान की फसल व पशुओं के लिए चारा सूख रहा है इसीलिए मजबूर होकर हमें सड़कों पर उतरना पड़ा। हम सिंचाई विभाग को चेतावनी देना चाहते हैं कि अगर एक-दो दिन में पानी नहीं छोड़ा गया बिश्नाह सिंचाई कार्यालय का घेराव करेंगे।
वहीं किसान बुद्धि सिंह ने बताया कि इस वक्त किसानों को नहर के पानी की बहुत जरूरत है किसान धान की फसल लगाने के लिए बिल्कुल तैयार हैं लेकिन पानी नहीं मिलने पर किसान निराश हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारियों से जब हम फोन पर बात करना चाहते हैं तो अधिकारी हमारा फोन ही नहीं उठाते। उन्होंने उप राज्यपाल से अपील की है कि विभाग के अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि किसानों को पानी मिल सके ।
किसान रौनक सिंह ने बताया कि नहर का पानी तो नहीं मिल रहा है लेकिन जिन किसानों ने अपनी जमीनों में पंपसेट लगाए हैं उसमें भी पर्याप्त बिजली नहीं आने से हमारे पंपसेट नहीं चल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग दो घंटे के बाद कट लगा देते हैं जिससे हमें सिंचाई करने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि खेतों मे जो ट्रांसफार्मर लगे हैं वो खराब हो जाते है जिसे ठीक करने के लिए कोई नहीं आता। बिजली की तारें काफी पुरानी होने के कारण इतना लोड सह नहीं पाती और टूट कर गिर जाती हैं जिससे कोई जान माल का नुकसान भी हो सकता है। हम प्रशासन से मांग करना चाहते हैं कि हमारी समस्या का कोई समाधान किया जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके। इस मौके पर मक्खन सिंह, बुद्धि सिंह चाढ़क, रौनक सिंह, बलदेव सिंह, मिंदर सिंह, खजान सिंह, शमशेर सिंह सहित कई किसान मौजूद थे।