मौलवी बने रोहिंग्या और उसके साथी से फर्जी आधार, पैन कार्ड और पासपोर्ट बरामद, पुलिस ने दोनों को किया गिरफ्तार

रोहिंग्या से फर्जी दस्तावेज बरामद होने के बाद से खुफिया एजेंसियां भी हैरान हैं। जांच की जा रही है कि दोनों ने यह दस्तावेज कहा और किस की मदद से बनाए हैं।पुलिस ने दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 09:30 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 09:30 PM (IST)
मौलवी बने रोहिंग्या और उसके साथी से फर्जी आधार, पैन कार्ड और पासपोर्ट बरामद, पुलिस ने दोनों को किया गिरफ्तार
रोहिंग्या से फर्जी दस्तावेज बरामद होने के बाद से खुफिया एजेंसियां भी हैरान हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता : नरवाल की एक मस्जिद में मौलवी बन कर रह रहे म्यांमार नागरिक (रोहिंग्या) और उसके एक साथी से त्रिकुटा नगर पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट बरामद किया है। रोहिंग्या से फर्जी दस्तावेज बरामद होने के बाद से खुफिया एजेंसियां भी हैरान हैं। मामले की जांच की जा रही है कि दोनों ने यह दस्तावेज कहा और किस की मदद से बनाए हैं।पुलिस ने दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।इस फर्जीवाड़े के मामले में कई अहम जानकारियां मिलने की संभावना है।कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।

त्रिकुटा नगर पुलिस को गुप्त सूचना मिली की मूल रूप से म्यांमार का रहने वाला मौलवी अब्दुल गफूर पुत्र अब्दुल जब्बार इन दिनों रहीम नगर में और म्यांमार का ही आशिक उर रहमान बठिंडी मोड में रह रहा है। उसके पास सरकारी पहचान पत्र भी हैं। इस सूचना पर एसएचओ त्रिकुटा नगर दीपक पठानिया ने वहां दबिश देकर दोनों को हिरासत में लिया और उनके सामान की तलाशी ली। इस दौरान सरकारी पहचान पत्र बरामद हुए। वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में की गई इस कार्रवाई के दौरान पुलिस कर्मियों को कुछ धार्मिक दस्तावेज भी मिले हैं। जिनकी पुलिस जांच कर रही है।

इस बात से इनकार नहीं की जा रही है जम्मू में रह रहे कुछ और रोहिंग्या के पास सरकारी पहचान पत्र हो सकते हैं। पुलिस ने नए सिरे से रोहिंग्या की स्क्रनिंग का काम शुरू कर दिया है। सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस सिटी साउथ दीपक ढींगरा ने बताया कि पकड़े दोनों से रोहिंग्या से बरामद दस्तावेजों की जांच जारी है। किन लोगों की मदद से उन्हें दस्तावेज बनाए हैं, इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। इस मामले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। बहरहाल, फर्जी पहचान पत्र मिलना पुलिस के लिए नया सिरदर्द है।

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