Jammu Kashmir : कश्मीर घाटी में आतंकवाद के दाैर में कब्जाए गए पंडितों की जमीनों को खाली कराया
उपराज्यपाल ने कुछ सप्ताह पूर्व ही विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए आनलाइन पोर्टल शुरू किया था। इसमें वे जायदाद पर हुए कब्जों को हटाने के लिए शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं। डिप्टी कमिश्नर अनंतनाग डा. पियूष सिंगला का कहना है कि प्रशासन ने विस्थापितों कीर शिकायतों पर कार्रवाई की है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : घाटी में आतंकवाद के दौर में विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों की जायदाद पर कब्जों को हटाने के लिए सरकार की मुहिम रंग लाने लगी है। अनतंनाग जिले में ऐसी 22 जायदादों पर हुए कब्जों से बेदखल कर दिया गया है। डिप्टी कमिश्नर पियूष सिंगला का कहना है कि शिकायतों के आने के बाद उचित कार्रवाई की जा रही है। इससे कश्मीरी पंडितों को उम्मीद की किरण दिखने लगी है।
उपराज्यपाल ने कुछ सप्ताह पूर्व ही विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए आनलाइन पोर्टल शुरू किया था। इसमें वे जायदाद पर हुए कब्जों को हटाने के लिए शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं। डिप्टी कमिश्नर अनंतनाग डा. पियूष सिंगला का कहना है कि प्रशासन ने विस्थापितों कीर शिकायतों पर कार्रवाई की है। बहुत से विस्थापित आनलाइन और कुठ आफलाइन शिकायतें दर्ज करवा रहे हैं। राजस्व विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह विस्थापितों की जायदाद पर हुए कब्जों को छुड़ाने के लिए कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि 22 मामलों को हल कर दिया गया है, जबकि नौ लगान नोटिस जारी किए गए हैं। दस मामलों में निशानदेही कर ली गई है। सभी शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है। डिप्टी कमिश्नर ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को एक बार फिर से तेजी के साथ शिकायतों का निपटारा किया जाए। कानून के लिहाज से कार्रवाई हो। विस्थापितों को उनके अधिकार दिए जाएं। डिप्टी कमिश्नर समय-समय पर सभी शिकायतों का निपटारा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर पंडित अपने संपत्तियों पर कब्जे की शिकायत आनलाइन करें, उस पर कार्रवाई जरूर की जाएगी।