Jammu Kashmir: बीएससी नर्सिंग के लिए एंट्रेस टेस्ट आयोजित, 21 केंद्रों में हुई परीक्षा

टेस्ट के लिए कुल 14014 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था जिसमें 3892 जम्मू संभाग और 10122 कश्मीर संभाग से थे। जम्मू में 6 परीक्षा केंद्र व श्रीनगर में 21 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जम्मू में 3260 उम्मीदवारों और श्रीनगर में 9456 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी।

By Vikas AbrolEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:49 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:49 PM (IST)
Jammu Kashmir: बीएससी नर्सिंग के लिए एंट्रेस टेस्ट आयोजित, 21 केंद्रों में हुई परीक्षा
जम्मू में 3260 उम्मीदवारों और श्रीनगर में 9456 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी।

जम्मू, राज्य ब्यूरो । जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन ने बीएससी नर्सिंग, बीएससी टेक्नोलॉजी और बीएससी पैरा मेडिकल कोर्स में दाखिले के लिए एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया।

टेस्ट के लिए कुल 14014 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था जिसमें 3892 जम्मू संभाग और 10122 कश्मीर संभाग से थे। जम्मू में 6 परीक्षा केंद्र व श्रीनगर में 21 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जम्मू में 3260 उम्मीदवारों और श्रीनगर में 9456 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी।

हर क्षेत्र तकनीक पर निर्भर

पीएमओ में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हर क्षेत्र तकनीक पर निर्भर हो रहा है।सभी को जागरूक करने की जरूरत है। काउंसिल आफ साइंटिफिक और इंडस्ट्रियल रिसर्च के एक दिवसीय कार्यशाला का श्रीनगर के एसकेआइसीसी में उदघाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि सांइस और प्रोद्यौगिकी पीएम मोदी का प्राथिमकता का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में बहुत बदलाव आया है।उन्होंने कहा कि हमें तकनीक के अनुरूप हमने आप को बदलना होगा।उन्होंने कहा कि भारत तकनीक के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनने केलिए बाध्य है।भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भी कई विकसित देशों से आगे है।डायरेक्टर जनरल सीएसआईआर डा. शेखर सी मांडे ने सीएसआईआर की सफलता की कहानी बताई। वहीं डा. जितेंद्र सिंह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बीच भी मुलाकात हुई जिसमें जम्मू-कश्मीर के विकास से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

सूफी विरासत का आयोजन

हेरिटेज पार्क डल गेट श्रीनगर में भव्य सूफी आध्यात्मिक सूफी विरासत का आयोजन किया गया। यह दूसरी बार है जब हाल ही में श्रीनगर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। पहली बार 25 अगस्त को जीरो ब्रिज से सटे बुलबुल शाह पार्क में ऐसे ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

इसमें 27 सूफी श्राइन और 23 सूफी एसोसिएशन के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन कश्मीर सोसायटी इंटरनेशनल और जीजी प्रोडक्शंस ने किया। कुछ सूफी संतों के कलाम स्थानीय लोक कलाकारों ने पेश किए। उन्होंने कश्मीर के महान सूफी संतों के प्रेम और शांति के संदेश का प्रचार किया।कार्यक्रम को देखने के लिए कश्मीर के मंडलायुक्त पीके पोले और मेयर जुनैद मट्टू भी पहुंचे हुए थे।

मंडलायुक्त ने कहा कि समय की जरूरत है कि सूफी संतों के विचारों को बढ़ावा दिया जाए। यह कश्मीर की समग्र संस्कृति का हिस्सा हैं। मेयर मट्टू ने कहा कि मौजूदा स्थिति में जहां कुछ कट्टरपंथी विचारधाराओं को हिंसा का समर्थन है, उसे सिर्फ सूफियात और विचारक ही प्यार और शांति के संदेश से बेअसर कर सकते हैं।

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