Poonch :मेंढर के नाढ़ कस्स जंगल में आतंकियों के साथ मुठभेड़, सेना के जेसीओ के शहीद होने की सूचना

पुंछ व राजौरी इलाके में सेना तब से ही आतंकियों की तलाश में सर्च आपरेशन चला रही है। संगेयोट का यह इलाका पुंछ के मेंढर इलाके में पड़ता है और जिस जगह यह मुठभेड़ हुई है वह बिंबर गली के पास पड़ता भाटा धुरियां गांव हैं।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 10:22 PM (IST)
Poonch :मेंढर के नाढ़ कस्स जंगल में आतंकियों के साथ मुठभेड़, सेना के जेसीओ के शहीद होने की सूचना
। इस तलाशी अभियान के दौरान वीरवार शाम को जंगल में कुछ गोलियां भी चली थी

जेएनएन जम्मू :

राजौरी-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग से लगते मेंढर के नाढ़ कस्स जंगल में वीरवार शाम से आतंकियों की तलाश में चल रहे सर्च आपरेशन के दौरान गोलीबारी में सेना के एक जेसीओ के शहीद व दो जवानों के घायल होने की सूचना मिली है। हालांकि सेना ने हमले में किसी जवान के शहीद होने की पुष्टि नहीं की है लेकिन सेना अपने दो जवानों के घायल होने की बात कबूल कर रही है। देर रात तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी है जबकि सेना ने इलाके की घेराबंदी कर ली है। इस इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सेना ने तलाशी अभियान चलाया था। इस तलाशी अभियान के दौरान वीरवार शाम को जंगल में कुछ गोलियां भी चली थी जिसके बाद सेना ने आपरेशन तेज कर दिया था।

पुंछ जिले के सूरनकोट इलाके में 11 अक्टूबर को घात लगाकर किए गए हमले में सेना के पांच जवान जिनमें एक नायब सूबेदार शामिल था, शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद से ही पुंछ व राजौरी इलाके में सेना तब से ही आतंकियों की तलाश में सर्च आपरेशन चला रही है। संगेयोट का यह इलाका पुंछ के मेंढर इलाके में पड़ता है और जिस जगह यह मुठभेड़ हुई है वह बिंबर गली के पास पड़ता भाटा धुरियां गांव हैं। यह इलाका डेरा गली की ओर जाता है।

पुंछ के मेंढर में पड़ने वाला यह इलाका राजमार्ग से लगता हैं और सुरक्षा की दृष्टि से यह इलाका काफी संवेदनशील माना जाता है। वीरवार शाम से ही जम्मू - पुंछ राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। जवानों के घायल होने के बाद उन्हें सेना अस्पताल ले जाया गया है जबकि जंगल में छिपे आतंकियों की धड़पकड़ के लिए सेना के अतिरिक्त जवानों की टुकड़ियों को रवाना किया गया है। जवानों ने पूरे क्षेत्र को घेरे में ले लिया है।

इन जंगलों के साथ कुछ रिहायशी गांव भी हैं और वहां पर भी सेना व पुलिस के जवान तैनात हो गए हैं ताकि आतंकी जगल से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंच लोगोें को कोई नुकसान न पहुंचा। अभी तक इलाके में सर्च आपरेशन जारी है। आशंका जताई जा रही है कि चार से पांच आतंकियों का दल इस समय इलाके में छिपा है जो विभिन्न इलाकों में देखा जा रहा है।

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