लद्दाख में याक के दूध के उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर

राज्य ब्यूरो जम्मू केंद्र शासित प्रदेश में पाए जाने याक के दूध के उत्पाद को बढ़ावा देने पर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Dec 2020 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 08:00 AM (IST)
लद्दाख में याक के दूध के उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर
लद्दाख में याक के दूध के उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर

राज्य ब्यूरो, जम्मू : केंद्र शासित प्रदेश में पाए जाने याक के दूध के उत्पाद को बढ़ावा देने पर केंद्रशासित प्रदेश गंभीरता से विचार कर रहा है। उपराज्यपाल के सलाहकार उमंग नरूला ने बुधवार को इससे संबंधित योजना की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने याक पर जंगली जानवरों के हमले रोकने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि याक के दूध से कई प्रकार के उत्पाद तैयार किए जाते हैं, जिनकी बाजार में अच्छी डिमांड होती है। नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड भी याक के दूध के उत्पादन को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही याक के ऊन को भी बाजार तक पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है। बैठक में चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने बताया कि याक को जंगली जानवरों से नुकसान पहुंचने के मामले में उनके मालिकों को 40 लाख रुपये का मुआवजा देने की प्रक्रिया जारी है। गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में हमारे जो सैनिक तैनात हैं, उनको जो पौष्टिक खाद्य सामग्री खाने को दी जाती है, उनमें याक का दूध भी शामिल है। भयंकर सर्दी में जब पूरा लद्दाख बर्फ का रेगिस्तान बन जाता है तो याक का दूध हमारे जवानों को ठंड से बचने में मदद करता है। जानकारी के मुताबिक हमारे देश में दो प्रकार के याक जंगली और पालतू पाए जाते हैं। दोनों ही तरह के याक के शरीर पर बाल होते हैं। जिस याक को लद्दाख में लोग पालते हैं, उसका इस्तेमाल सामान ढोने में किया जाता है। इसके साथ ही इसका दूध भी निकाला जाता है। यदि सरकार इस दूध का उत्पादन बढ़ाती है और इससे तैयार उत्पाद बाजार में उतारे जाते हैं, तो स्थानीय लोगों को इससे रोजगार और आमदनी भी होगी।

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