Ladakh में 4.2 तीव्रता का भूकंप, कारगिल से 184 किलोमीटर दूर जमीन के 140 किलोमीटर अंदर था केंद्र

कारगिल जिले के उत्तर पश्चिम दिशा में 184 किलोमीटर की दूरी पर जमीन से 140 किलोमीटर अंदर भूकंप का केंद्र था। इस भूकंप से कहीं किसी प्रकार के नुकसान का समाचार नहीं है। लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों में भूकंप महसूस करने वाले डर गए।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:14 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:14 PM (IST)
Ladakh में 4.2 तीव्रता का भूकंप, कारगिल से 184 किलोमीटर दूर जमीन के 140 किलोमीटर अंदर था केंद्र
इससे पहले इस वर्ष तेरह सितंबर को भी लद्दाख में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख रविवार की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे भूकंप से हिल गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.2 रिकार्ड किया गया। कारगिल जिले के उत्तर पश्चिम दिशा में 184 किलोमीटर की दूरी पर जमीन से 140 किलोमीटर अंदर भूकंप का केंद्र था। इस भूकंप से कहीं किसी प्रकार के नुकसान का समाचार नहीं है।

लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों में भूकंप महसूस करने वाले डर गए। लोग घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल इस भूकंप से लद्दाख में कोई नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन पूरे दिन लोग दोबारा झटका लगने की आशंका से भयभीत रहे। नेशनल सेंटर पर सिस्मालोजी के अनुसार इस भूकंप का केंद्र कारगिल जिले के उत्तर पश्चिम में जमीन से 140 किलोमीटर अंदर होने के कारण क्षति नहीं हुई।

इससे पहले इस वर्ष तेरह सितंबर को भी लद्दाख में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप का केंद्र लद्दाख के कारगिल जिले से कुछ दूरी पर था। मई माह के बाद से लेह व कारगिल जिलों में मध्यम तीव्रता के भूकंप के झटके आ रहे हैं। मई महीने में 24 घंटे के अंदर लद्दाख में दो बार भूकंप के झटके लगे थे। ऐसे में लगातार भूकंप आने से प्रदेश के लोगों में दहशत का माहौल है।

भूकंप के लिहाज से लद्दाख में सिस्मिक जोन चार में आता है। क्षेत्र में रिक्टर पैमाने पर पांच से अधिक तीव्रता वाला भूकंप नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से प्रशासन की पूरी कोशिश है कि लद्दाख में बन रही इमारतें भूकंपरोधी हों। इसके लिए निमार्ण की जिम्मेवारी संभालने वाले विभागों की ओर से लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है।

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