Gandhi Nagar Shootout: दो करोड़ की फिरौती की रकम न देने पर नागो के घर पर हुई फायरिंग
सबा शॉल का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी नही है। वीके सिंह के काेविड होने के कारण बात नही हो पाई। वहीं नागों परिवार के सदस्यों ने दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगे जाने की मिल रही धमकियों की बात से इंकार नही किया है।
जम्मू, अवधेश चौहान: शहर के जानेमाने व्यापारी नागर सिंह उर्फ नागों के घर पर बीते एक पखवाड़े में ताबड़तोड़ फायरिंग और कांच की बोतलों से हमले की घटना को पुलिस ने लगभग सुलझा लिया है। जांच में यह बात सामने आई है जम्मू के कोट भलवाल जेल में बनी योजना के तहत नागों से 2 करोड़ रुपये की वसूली के लिए यह हमले करवाए गए। हमले की योजना उम्र कैद काट रहे रायल सिंह ने बनाई थी। जिसमें जेल के सुप्रिटेंडेंट दिनेश शर्मा का ड्राइवर कुलदीप, उम्र कैद की सजा काट रहे रायल सिंह एक जेल कर्मी सहित गैंग के 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह गैंग जम्मू में बीते कई वर्ष से सक्रिय था, जो जम्मू के जानेमाने व्यापारियों से फरौती मांगा करता था। रायल सिंह जेल से ही इस गैंग को चला रहा। जेल से बाहर इस वसूली गैंग को राजा चला रहा था। हमले से पहले नागों को फोन पर राजा ने 2 करोड़ की फिरौती मांगी थी। फिरौती के लिए नागो और उसके परिवार को जान से मार देने की मार्च माह में धमकियां भी दी गई थी। नागो ने धमकी दिए जाने पर गांधी नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया था। फिरौती की रकम न देने पर बबलू उर्फ लंगडा निवासी आरएसपुरा और बाबर भगवती नगर ने 3 अप्रैल को नागों के गांधी नगर स्थित घर के गेट पर से अंदर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी।
राजा रायल सिंह का दाहिना हाथ है और यह जम्मू शहर में फिरौती गैंग चला रहा है। इससे पहले भी बबलू ने आरएसपुरा के व्यापारी की की कार का पीछा कर व्यापारी पर तेजधार हथियारों से हमला किया था और उसे लहूलुहान कर कार में रखे दो लाख कैश लूट लिया िथा। गांधीनगर पुलिस ने हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे रायल सिंह और जेलर के ड्राइवर कुलदीप और जेल के एक अन्य कर्मी को भी गिरफ्तार किया। इन सभी से गांधीनगर पुलिस स्टेशन में पूछताछ की।
कुलदीप से पूछताछ के बाद उसे ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया है। गांधीनगर पुलिस ने कोटभलवाल जेल की उन सीसीटीवी फुटेज काे भी खंगाला है जिसमें गैंग का मास्टर माइंड राजा अकसर जेल में रायल सिंह से मिलने जाता था। इससे जेल प्रबंधन पर भी सवाल उठने लगे हैं। वहीं इस बारे गांधीनगर के एसडीपीओ दीपक ढीगरा ने कहा कि अभी तक 11 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच जारी है। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल दो कारों को भी कब्जे में लिया है।
इस बारे में जब डीजी प्रिजन वीके सिंह की स्टाफ आफिसर सबा शॉल का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी नही है। वीके सिंह के काेविड होने के कारण बात नही हो पाई। वहीं नागों परिवार के सदस्यों ने दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगे जाने की मिल रही धमकियों की बात से इंकार नही किया है। नागों के घर पर 3 अप्रैल को फायरिंग करने वाले बबलू उर्फ लंगड़ा निवासी आरएसपुरा, बाबर निवासी भगवती नगर सहित 5 बदमाशों को पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। इनमें गैंग के वह लोग भी हैं, जो इन बदमाशों को कार चला कर नागों के घर तक आए थे और कुछ ने हमले से पहले घर की रैकी की थी।
दो बदमाश राकेश चौधरी उर्फ सेठी निवासी रामगढ़, अमनदीप सिंह निवासी डडेयाल को बीते सोमवार को रामगढ़ से गिरफ्तार किया था। नागाें के घर की रैकी करने वाले अजय भट निवासी नगरोटा को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया है।