Jammu: स्कूलों से दूर बच्चों को स्कूल पहुंचाएगी 'तलाश' एप

प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरुण डॉ. मन्हास ने कहा कि अगर छह से चौदह वर्ष का बच्चा अगर बच्चा स्कूल में दाखिला लेता है और उसके बाद बिना किसी जानकारी के वह 45 दिनों तक गैर हाजिर रहता है तो उसे वापस स्कूल लाना होगा।

By Edited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 07:35 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 07:54 AM (IST)
Jammu: स्कूलों से दूर बच्चों को स्कूल पहुंचाएगी 'तलाश' एप
स्कूल छोड़ चुके अब तक 2745 बच्चों को लाया गया है।

जागरण संवाददाता, जम्मू : स्कूलों को छोड़ चुके और स्कूलों से दूर हुए बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए समग्र शिक्षा विभाग ने 'तलाश' नाम से एप शुरू करने जा रहा है। इस एप को यूनिसेफ की मदद से संचालित किया रहा है। यह जानकारी समग्र शिक्षा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरुण मन्हास ने टीचर्स भवन में आयोजित कार्यशाला में वीरवार को दी। इस एप के जरिये ड्राप आउट बच्चों के स्कूल लौट आने के बाद भी उन पर नजर रखी जाएगी।

स्कूलों से बाहर बच्चों पर आधारित इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग, नई दिल्ली के सहयोग से किया गया, जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अलावा जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड, बाल सुरक्षा समिति, श्रम आयोग व आईसीडीएस के अधिकारी भी शामिल हुए। इस कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य शिक्षण इकाइयों व शिक्षकों को बच्चों को स्कूलों की ओर प्रेरित करने के लिए जागरूक करना था।

कार्यशाला में प्रोफेसर सुनीती संवल ने भी बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने में आ रही चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला। तीन सेंटरों में अब तक 2745 बच्चों को वापस लाया समग्र शिक्षा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरुण डॉ. मन्हास ने कहा कि अगर छह से चौदह वर्ष का बच्चा अगर बच्चा स्कूल में दाखिला लेता है और उसके बाद बिना किसी जानकारी के वह 45 दिनों तक गैर हाजिर रहता है तो उसे वापस स्कूल लाना होगा।

उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर में तीन ट्रेनिंग सेंटर भी शुरू किए गए हैं, जहां स्कूल छोड़ चुके अब तक 2745 बच्चों को लाया गया है। उन केंद्रों में विशेष प्रशिक्षण हासिल किए गए 53 शिक्षक भी नियुक्त किए गए हैं।

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